Noida: एल्डको आमंत्रण सोसायटी में बिल्डर नहीं दे रहा स्टाफ की सैलरी, एओए ने डीएम को बताया- चौकीदारों का बुरा हाल

नोएडा | 5 साल पहले | Tricity Reporter

Tricity Today | Eldeco Amantran Society, Sector-119, Noida



नोएडा के सेक्टर-119 में एल्डिको आमंत्रण हाउसिंग सोसायटी की अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन ने जिलाधिकारी से शिकायत की है। एओए का कहना है कि बिल्डर सोसायटी के स्टाफ की सैलरी नहीं दे रहा है। जिससे 200 कर्मचारी परेशान हैं। एओए के अध्यक्ष ने डीएम से कार्रवाई की मांग की है। दूसरी ओर बिल्डर कम्पनी के महाप्रबंधक का कहना है कि सारा स्टाफ एक एजेंसी का है। एजेंसी सैलेरी का भुगतान कर चुकी है।

एल्डिको आमंत्रण हाउसिंग सोसायटी की एओए के अध्यक्ष संजय मेहता ने डीएम को भेजे पत्र में लिखा, " मैं आपकी जानकारी में  लाना चाहता हूं कि हमारी सोसाइटी एल्डकॉ आमंत्रण सेक्टर-119 नोएडा है। जिसकी मेंटेनेंस की जिम्मेदारी बिल्डर एल्डेको की है। जिनका मुख्य दफ्तर जसोला दिल्ली में है और साइट दफ्तर हमारे परिसर में ही है। जिसमे उनके महाप्रबंधक सनी अरोरा, प्रबंधक मंजीत सिंह और उप प्रबंधक केएस पुंडीर बैठते हैं।"

अध्यक्ष ने आगे लिखा, "समस्या यह है कि एल्डकॉ ने इस महामारी के समय भी कर्मचारियों का वेतन एजेंसी को जारी नहीं किया है और एजेंसी ने आगे कर्मचारियों को भुगतान नहीं किया है। विगत 5-6 वर्षों में यह स्थितियां कई बार बन चुकी हैं लेकिन इस समय महामारी की वजह से कर्मचारी खाने के लिए भी मोहताज हो गए हैं। एल्डेको हमसे मेंटेनेंस का पैसा एडवांस लेता है और अभी तक हमारी सोसाइटी के चौकीदार और दूसरे स्टाफ की सैलरी का पेमेंट नहीं हुआ है।"

संजय मेहता ने डीएम को आगे बताया, "आपकी जानकारी में लाना चाहूंगा, हमने इस संदर्भ में कई बार बिल्डर से रिक्वेस्ट की लेकिन सिवाय आश्वासन के कुछ नहीं मिला। बेचारे चौकीदार बिना तनख्वाह के ड्यूटी कर रहे हैं। उनके पास अपने खर्चे लायक पैसे भी नहीं हैं। सोसाइटी के कुछ लोगों ने मिलकर उनको राशन वगैरह दिया है। पर उनकी तनख्वाह अभी तक नहीं मिली है। इसी वजह से मैं आपसे दरख्वास्त करूंगा कि इस मामले की पूरी जानकारी लेकर कड़ी से कड़ी कार्यवाही बिल्डर एल्डेको के ऊपर करें। ताकि वह इस मुश्किल समय में चौकीदारों की तनख्वाह तुरंत दे और भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति नहीं करे।"

इस बारे में एल्डिको आमंत्रण के महाप्रबंधक सनी अरोरा से बात की गई। उन्होंने कहा, "ऐसा नहीं है। स्टाफ एक हायरिंग एजेंसी का है। हमें एजेंसी ने बताया है कि उसने सारे स्टाफ को वेतन का भुगतान कर दिया है।"

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