नोएडा: समरविले स्कूल पर निकला अभिभावकों का गुस्सा

नोएडा | 4 साल पहले | Mayank Tawer

Google Image | समरविले स्कूल पर निकला अभिभावकों का गुस्सा



आरटीई के तहत चयनित बच्चों को प्राइवेट स्कूल दाखिले के लिए कभी स्कूल का तो कभी बेसिक शिक्षा कार्यालय के चक्कर कटवा रहे हैं। ऐसे में आरटीई के तहत समरविले स्कूल नोएडा में चयनित बच्चों के अभिभावकों ने स्कूल प्रशाशन के द्वारा दाखिला ना लेने पर सामाजिक संस्था युवा क्रान्ति सेना के संस्थापक राजेश कुमार और अविनाश सिंह को बुलाकर स्कूल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया। 

इस दौरान सेना के संस्थापक राजेश कुमार ने प्रशाशन से ऐसे स्कूलों की मान्यता निरस्त करने की अपील भी की। अभिभावकों ने आरोप लगाया कि स्कूल प्रशाशन द्वारा उन्हें रोजाना गेट से यह कहकर वापस भेज दिया जाता था कि उनका स्कूल माइनॉरिटी स्कूल है और वह किसी कीमत पर आर टी ई के तहत उनके बच्चों का दाखिला स्कूल में नहीं लेंगे। अभिभावकों ने आरोप लगाया कि पहले स्कूल के द्वारा उनसे सभी दस्तावेज लेकर दाखिले की प्रक्रिया शुरू करने की बात कही गई थी और रोज़ स्कूल के चक्कर कटवा रहे थे। लेकिन कुछ दिन पहले उन्हें बुलाकर दाखिला लेने से मना कर दिया।

इस अवसर पर सेना के संस्थापक अविनाश सिंह ने कहा कि एक तरफ हम सर्व शिक्षा अभियान व वंचित बच्चों के शिक्षा के अधिकार के लिए लोगो को जागरूक करते है वहीं दूसरी तरफ समरविले स्कूल जैसे विद्यालय अपनी मनमानी करते हुए अभिभावकों को निराश व हताश करते हैं जिसके कारण वंचित बच्चे वंचित ही रह जाते हैं। ऐसे स्कूलों के खिलाफ प्रशाशन को सख्त कार्यवाही करनी चाहिए। प्रशाशन द्वारा चयनित बच्चों का पत्र 9 जुलाई 2020  को अभिभावकों को सौंप दिया गया था जिसके बाद अभी सितंबर तक अभिभावक स्कूल का चक्कर ही काट रहे हैं। जो शर्मशार करने वाली बात है। इस अवसर पर सुधीर राय, रोहन, आदि मौजूद थे।

अन्य खबरें