Tricity Today | नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में प्रदूषण जानलेवा स्तर तक पहुंचा
दिल्ली समेत पूरे एनसीआर में दिनोंदिन प्रदूषण का स्तर बढ़ता ही जा रहा है। सोमवार को नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम, फरीदाबाद, बागपत, बुलंदशहर, हापुड़, सोनीपत, पानीपत, भिवाड़ी और धारूहेड़ा में वायु गुणवत्ता सूचकांक 500 के आसपास पहुंच गया है। विशेषज्ञ और चिकित्सकों का कहना है कि ऐसे हालात में खुली हवा में सांस लेना बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। लोगों को फेफड़े, हृदय और सांस से जुड़ी बीमारियां हो सकती हैं। पहले से बीमार लोगों के लिए तो यह स्थिति जानलेवा है।
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सोमवार की देर शाम 4:00 बजे पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर के 110 शहरों में वायु प्रदूषण पर रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट के मुताबिक नोएडा में वायु गुणवत्ता सूचकांक 477 रहा है। ग्रेटर नोएडा में 478, गाजियाबाद में 482 और गुरुग्राम में भी 482 दर्ज किया गया है। फरीदाबाद का वायु गुणवत्ता सूचकांक 456 है। भिवाड़ी का एक्यूआई 479, बुलंदशहर में 468, चरखी दादरी में 434, दिल्ली में 477, धारूहेड़ा में 491, हापुड़ में 406, कानपुर में 403, मानेसर में 483 और सोनीपत में 417 रिकॉर्ड किया गया है।
दूसरी ओर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने दिल्ली एनसीआर में आज रात 12:00 बजे से लेकर 30 नवंबर तक पटाखे छुड़ाने पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी है। पुलिस और प्रशासन को आदेश दिया है कि पटाखे बेचने वालों और जलाने वालों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए। वहीं, मौसम विभाग और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने आशंका जाहिर की है कि अगर दिवाली पर पटाखे जलाए गए तो दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण का स्तर बेहद खतरनाक और जानलेवा स्तर तक पहुंच जाएगा। अभी फिलहाल जो प्रदूषण दिल्ली एनसीआर में छाया हुआ है, उसमें करीब 30 फ़ीसदी हिस्सेदारी पंजाब में चलाई जा रही पराली की है।