Google Image | Sharda Hospital
कोरोना मरीजों का सस्ता इलाज करने के लिए ग्रेटर नोएडा का शारदा अस्पताल इकोनॉमी वार्ड बनाएगा। 50 बेड के इस वार्ड में निजी अस्पतालों के लिए तय दर से आधे में इलाज किया जाएगा। इकोनॉमी वार्ड में प्रतिदिन एक मरीज से केवल 3500 रुपये लिए जाएंगे। जबकि सरकार ने निजी अस्पतालों में इलाज के लिए एक दिन 8 हजार रुपये तक किए हैं। अस्पताल प्रशासन ने जानकारी दी है कि एक हफ्ते में यह सुविधा शुरू हो जाएगी। इससे निजी अस्पताल में इलाज कराने वाले मरीजों को राहत मिलेगी।
कोरोना के संक्रमण को लेकर लोगों में डर है। पहले इसका इलाज सिर्फ सरकारी अस्पतालों में किया जा रहा था। मरीज बढ़ते देखकर सरकार ने प्राइवेट अस्पतालों को भी उपचार करने की मंजूरी दे दी है। गौतम बुध नगर में फोर्टिस, यथार्थ अस्पताल, कैलाश और शारदा अस्पताल को कोविड-19 का इलाज करने की अनुमति दी गई है। लेकिन निजी अस्पतालों में शुल्क बहुत अधिक था। इसके चलते लोग निजी अस्पतालों में जाने से कतरा रहे हैं। इसके बाद सरकार ने इलाज की दर तय कर दी हैं। सरकार की ओर से प्राइवेट अस्पतालों में तय की गई दरें भी आम आदमी से दूर हैं। सरकार ने जनरल वार्ड का शुल्क प्रतिदिन के हिसाब से 8000 रुपये प्रति मरीज रखा है। इसके चलते लोग निजी अस्पतालों में इलाज कराने से कतराते हैं।
अगले हफ्ते इकोनॉमी वार्ड की सुविधा शुरू होगी
अब शारदा अस्पताल ने इसको लेकर बड़ी पहल की है। शारदा अस्पताल ने मध्यम वर्गीय लोगों के लिए इकानॉमी वार्ड शुरू करने की योजना बनाई है। हालांकि यह वार्ड सिर्फ 50 बेड का होगा। अस्पताल इसमें प्रतिदिन एक मरीज से 3500 रुपये शुल्क लेगा। यह पैसा सरकार की ओर से तय की गई दर के मुकाबले आधे से भी कम है। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि यह वार्ड अगले एक हफ्ते में शुरू कर देंगे।
शारदा में 400 बेड का सरकारी वार्ड है
कोरोना मरीजों को लेकर शारदा अस्पताल में 400 बेड का सरकारी वार्ड है। जबकि 200 बेड का प्राइवेट वार्ड भी है। यहां कोरोना मरीजों का इलाज हो रहा है। यहां से अब तक 400 से अधिक मरीजों को ठीक करके डिस्चार्ज किया जा चुका है। यह एल-3 अस्पताल है। यहां गंभीर मरीजों का इलाज किया जाता है।
इन प्राइवेट अस्पतालों में हो रहा इलाज
जनपद के कैलाश, जेपी, यर्थाथ और फोर्टिस अस्पताल में कोरोना मरीजों का इलाज हो रहा है। इन प्राइवेट अस्पतालों को एल-2 श्रेणी में रखा गया है। इन अस्पतालों में 484 बेड हैं। शारदा प्रसाद के प्रवक्ता डॉ अजीत कुमार ने कहा, जो लोग सरकारी वार्ड में नहीं जाना चाहते हैं और प्राइवेट में खर्च उठाने में सक्षम नहीं हैं, ऐसे मरीजों के लिए इकोनॉमी वार्ड शुरू करने जा रहे हैं। यह 50 बेड का वार्ड होगा।