गाजियाबाद नगर निगम में डीजल चोरी मामले में पंप चालक को हटाया, 5 कर्मचारी फंसे

Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो



नगर निगम के डीजल पंप से तेल चोरी करने और बेचने के मामले में जहां डीजल पंप ऑपरेटर को वहां से हटा दिया है। वहीं, डीजल को चोरी-छिपे बेचने के मामले में 5 कर्मचारी फंस गए हैं। इनमें 4 गाड़ियों के चालक और डीजल पंप चालक शामिल हैं। डीजल पंप से हटाए गए पंप ऑपरेटर का नाम शीशपाल है। 

जिन वाहन चालकों की नौकरी पर संकट पैदा हो गया है, उनमें वासु, सुधीर, राहुल और मोहित शामिल हैं। यह सभी वाहन चालक ठेके पर नौकरी करते हैं। आरोप है कि गत दिनों नगर निगम के नंदग्राम स्थित डीजल पंप पर पहुंचे और उन्होंने शीशपाल से कैन में डीजल मांगा। उसने ऐसा करने से इनकार कर दिया तो विवाद शुरू हो गया। 

आरोप है कि चारों वाहन चालकों ने शीशपाल के साथ मारपीट की। इस मामले में थाना सिहानी गेट में एफआईआर दर्ज हो चुकी है। नगर निगम के नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश कुमार ने चारों वाहन चालकों को नौकरी से हटाने की संस्तुति की थी। 

म्युनिसिपल कमिश्रर दिनेश चंद्र सिंह ने इस मामले में अपर नगर आयुक्त प्रमोद कुमार और आरएन पांडेय की कमेटी बनाकर जांच कर रिपोर्ट देने को कहा था। अपर नगर आयुक्त ने इसकी जांच पूरी कर ली है। जांच में चारों वाहन चालकों को दोषी ठहराया गया है। इन्हें अब नौकरी से हटाने की कार्रवाई होगी। 

म्युनिसिपल कमिश्रर दिनेश चंद्र सिंह का कहना है कि डीजल चोरी करने और मारपीट करने के मामले में इन्हें नौकरी से हटाया जाएगा। शीश पाल को डीजल पंप से हटा दिया गया है। वीडियो वायरल होने के बाद उसमें वह पैसे लेते दिखाई दे रहा हैं।

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