नोएडा में समाजवादी पार्टी से जुड़ी बड़ी खबर, तीन साल बाद पार्टी...

नोएडा | 4 साल पहले | Mayank Tawer

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करीब 3 साल बाद नोएडा में समाजवादी पार्टी महानगर संगठन का नए सिरे से गठन करने जा रही है। अब नोएडा में पूरी व्यवस्था बदली जाएगी। समाजवादी पार्टी नोएडा महानगर में दो अध्यक्षों की नियुक्ति करने जा रही है। एक अध्यक्ष को शहर की जिम्मेदारी दी जाएगी और दूसरा अध्यक्ष गांवों की जिम्मेदारी संभालेगा। नोएडा में शहरी मतदाताओं को पार्टी से जोड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा।

सपा का संगठन नोएडा में ग्रामीण और महानगर दो अलग हिस्सों में बनेगा। जिसकी रूपरेखा सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लगभग पूरी कर ली है। उत्तर प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव के बाद वर्ष 2017 से अब तक नोएडा महानगर में कार्यकारिणी का गठन नहीं किया गया है। विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद अखिलेश यादव ने महानगर इकाई को भंग कर दिया था।

अब सपा का राष्ट्रीय नेतृत्व नोएडा महानगर के वोटरों में पार्टी की पकड़ मजबूत बनाने के लिए कोई बड़ा और प्रभावी चेहरा तलाश रहा था। नोएडा में सपा के पास अच्छा जनाधार है। हर चुनाव में पार्टी का प्रत्याशी अच्छे वोट प्राप्त करता है। लेकिन, अभी तक सपा को नोएडा में कभी जीत हासिल नहीं हुई है। सपा को गांवों की पार्टी माना जाता है। इस कारण शहरी सेक्टरों में पार्टी को वोट नहीं मिलते हैं। अब तक सपा के सारे महानगर अध्यक्ष गांवों से ही रहे हैं। जिसके कारण सेक्टरों के लोग सपा से कनेक्ट नहीं कर पाते हैं। सपा सूत्रों की मानें तो राष्ट्रीय नेतृत्व में नोएडा के ग्रामीण और महानगर अध्यक्ष के लिए अभी भी पेच फंसा हुआ नजर आ रहा है।

राष्ट्रीय नेतृत्व नोएडा में यादव और गुर्जर समाज में से किसी एक को जिम्मेदारी देने पर विचार कर रहा है। राष्ट्रीय नेतृत्व में नोएडा के ग्रामीण और महानगर अध्यक्षों को लेकर कई नामों पर विचार किया जा रहा है। इस बार समाजवादी पार्टी गौतम बुध नगर जिले में तीन अध्यक्ष नियुक्त करेगी। इनमें से दो अध्यक्ष नोएडा में होंगे। नोएडा में शहरी क्षेत्रों के लिए अलग अध्यक्ष होगा और ग्रामीण इलाकों के लिए अलग अध्यक्ष होगा। वहीं, तीसरे अध्यक्ष की नियुक्ति गौतम बुध नगर जिले के लिए की जाएगी, जो ग्रेटर नोएडा समेत पूरे देहात का कार्यभार संभाल लेगा।

नोएडा में पढ़े लिखे और अंग्रेजीदा लोगों को तरजीह देगी पार्टी
नोएडा में भारतीय जनता पार्टी एक तरह से अजय है, लेकिन समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार हमेशा दूसरे स्थान पर रहे हैं। एक-दो मौके तो ऐसे भी आए हैं, जब विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने जीत-हार का अंतर बेहद कम कर दिया है। इन हालात को देखते हुए पार्टी नोएडा पर खास ध्यान देने की योजना बना रही है। समाजवादी पार्टी ने तय किया है कि नोएडा शहर में पढ़े-लिखे और अंग्रेजीदा लोगों को संगठन में जगह दी जाएगी। जिससे शहरी और सेक्टरों का वोटर पार्टी के प्रति अपना रुख बदले। दरअसल, नोएडा शहर के गांव, बस्तियों और कच्ची कॉलोनियों में समाजवादी पार्टी के पास बड़ा जनाधार है। अगर पार्टी आंशिक रूप से भी नोएडा के शहरी सेक्टरों में सेंधमारी करने में कामयाब हो जाती है तो बड़ा फेरबदल हो सकता है।

पढ़ी लिखी महिलाओं को संगठन में शामिल करने पर जोर रहेगा 
समाजवादी पार्टी से मिल रही जानकारी के मुताबिक आने वाले दिनों में संगठन की घोषणा होगी तो उसमें पढ़ी-लिखी महिलाओं को विशेष तौर पर शामिल किया जाएगा। पार्टी चाहती है कि नोएडा शहर से कम से कम दो-तीन राष्ट्रीय और प्रादेशिक स्तर के प्रवक्ता तैयार किए जाएं, जो पार्टी का पक्ष बेहतर ढंग से समाचार माध्यमों में रख सकें। इसमें भी पार्टी का जोर महिलाओं को आगे बढ़ाने पर है। इतना ही नहीं पार्टी से यह भी जानकारी मिल रही है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में नोएडा सीट पर ब्राह्मण या वैश्य वर्ग से किसी महिला को चुनाव लड़ाया जा सकता है।

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