Google Image | प्रतीकात्मक फोटो
अगर आप राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (National Capital Region) में रहते हैं तो अपना ख्याल रखें। एक और कोरोनावायरस का संक्रमण और दूसरी ओर वायु प्रदूषण ने लोगों की हालत खराब कर रखी है। एनसीआर के फरीदाबाद, गुड़गांव, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में रविवार को वायु गुणवत्ता 'खराब' दर्ज की गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Central Pollution Control Board) के मुताबिक, दिल्ली से सटे पांच शहरों में पीएम 2.5 और पीएम 10 का स्तर भी बहुत ज्यादा रहा।
भारतीय मानकों के तहत शून्य से 50 के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक 'अच्छा, 51 से 100 के बीच 'संतोषजनक, 101 से 200 के बीच 'मध्यम, 201 से 300 के बीच 'खराब, 301 से 400 के बीच 'बहुत खराब और 401 से 500 के बीच 'गंभीर श्रेणी में माना जाता है। सीपीसीबी की समीर ऐप के अनुसार, रविवार शाम चार बजे हरियाणा के फरीदाबाद में 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 236 रहा। जबकि यह गुड़गांव में 242 दर्ज किया गया। इसी तरह से उत्तर प्रदेश के नोएडा में एक्यूआई 238 रहा, जबकि ग्रेटर नोएडा में यह 273 और गाजियाबाद में 300 दर्ज किया गया।
शनिवार को एक्यूआई फरीदाबाद में 171, गुड़गांव में 204, नोएडा में 233, ग्रेटर नोएडा में 266 और गाजियाबाद में 240 दर्ज किया गया था। सीपीसीबी ने कहा कि एक्यूआई के "खराब" श्रेणी में रहने से लोगों को सांस लेने में दिक्कत जैसी परेशानियां हो सकती हैं। आंकड़ों को देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि रविवार को गाजियाबाद पूरे दिल्ली-एनसीआर में सबसे प्रदूषित शहर रहा है। जहां का वायु गुणवत्ता सूचकांक बहुत ज्यादा खराब श्रेणी में रहा। ग्रेटर नोएडा का वायु गुणवत्ता सूचकांक खराब श्रेणी में रहा है। दिल्ली-एनसीआर में ग्रेटर नोएडा में दूसरे स्थान पर सबसे ज्यादा प्रदूषित है।
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