Noida: रक्षा वैज्ञानिक को हनी ट्रैप में फंसाकर अपहरण करने वाली महिला ने खुद को भाजपा नेत्री बताया, पुलिस को पूर्व केंद्रीय मंत्री के नाम पर धमकाया

नोएडा | 4 साल पहले | Mayank Tawer

Tricity Today | सुनीता गुर्जर



डीआरडीओ के रक्षा वैज्ञानिक को हनीट्रैप में फंसाकर अपहरण करने के मामले में नोएडा पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक महिला शामिल है। उसने गिरफ्तारी के वक्त खुद को भाजपा नेत्री बताया। हनी ट्रैप का यह गिरोह इस महिला की ही सरपरस्ती में चल रहा था। इतना ही नहीं इस महिला ने पुलिस को एक पूर्व केंद्रीय मंत्री के नाम पर खूब धमकाया। दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी ने इस महिला से किसी भी तरह का ताल्लुक होने से साफ इंकार कर दिया है। नोएडा महानगर के अध्यक्ष मनोज गुप्ता का कहना है कि महिला ने जाली दस्तावेजों के आधार पर खुद को पार्टी से जुड़ा बताया है।

नोएडा पुलिस की टीम ने रविवार की रात अपहृत वैज्ञानिक को सकुशल बरामद कर लिया था। अभी दो और लोगों की तलाश पुलिस कर रही है। दोनों अभी फरार चल रहे हैं। पुलिस ने वैज्ञानिक की कार और घटना में प्रयुक्त मोबाइल समेत अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं। सेक्टर-77 में रहने वाले एक शख्स डीआरडीओ में वैज्ञानिक हैं। शनिवार देर शाम उन्हें हनी ट्रैप में फंसाकर अपहरण कर लिया गया था। इसके बाद बदमाशों ने उनकी पत्नी से 10 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी। रविवार सुबह इस मामले की जानकारी जब पुलिस को मिली, तब पुलिस की टीमों ने छापेमारी शुरू की। 

नोएडा में सेक्टर-41 के पास हुई तीन लोगों की गिरफ्तारी

इसके बाद रविवार की रात पुलिस की टीम ने सेक्टर-41 ओयो होटल के पास से एक महिला समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। उनके कब्जे से वैज्ञानिक को सकुशल रिहा कर लिया गया। गिरफ्तार आरोपियों में सेक्टर-41 अगाहपुर निवासी सुनीता गुर्जर, भिवाड़ी हरियाणा के निवासी दीपक और राकेश उर्फ रिंकू फौजी शामिल हैं। वहीं, बरौला के निवासी अनिल कुमार शर्मा और सेक्टर-27 निवासी आदित्य कुमार फरार हो गए हैं। वैज्ञानिक को अगवा करने के बाद यह आरोपी सेक्टर-41 के ओयो होटल में ले गए थे। ओयो होटल का संचालन गिरफ्तार आरोपी राकेश उर्फ रिंकू फौजी कर रहा है। राकेश इस होटल को किराए पर ले रखा है और 1.60 लाख प्रति महीने के किराए पर चला रहा है।

कुछ इस तरह जाल में फंसाए गए रक्षा वैज्ञानिक

पुलिस के मुताबिक डीआरडीओ के वैज्ञानिक ने कुछ दिन पहले मसाज के लिए ऑनलाइन नंबर सर्च किया था। इंटरनेट पर मिले एक नंबर से उनकी बात हुई और  मसाज करवाने के लिए ऑनलाइन व्हॉट्सअप अकाउंट से कुछ युवतियों के फोटो उन्हें भेजे थे। युवती पसंद करने के बाद वह कार से मसाज करवाने के लिए सिटी सेंटर के पास पहुंचे। यहां से उन्हें एक दूसरी कार में बैठाकर ले गया। उनकी कार को पार्किंग में खड़ी कर दी। आरोपी वैज्ञानिक को लेकर सेक्टर-41 स्थित ओयो होटल ले गए और वहां बंधक बना लिया गया था। 

बिग बॉस-10 की वीडियो में दिख चुकी है महिला

गिरफ्तार महिला सुनीता गुर्जर के बारे में बताया जा रहा है कि यह महिला बिग बॉस-10 की एक वीडियो में दिख रही है। इस महिला को बिग बॉस के विजेता की दूर का रिश्तेदार बताया जा रहा है। हालांकि, पुलिस ने इस बारे में चुप्पी साध रखी है। बिग बॉस की बात सामने आने के बाद महिला के गांव अगाहपुर में चर्चाएं शुरू हो गई हैं। गांव के स्थानीय लोगों का कहना है कि यह महिला बिग बॉस विजेता की दूर की रिश्तेदार है। महिला ने खुद को कंटेस्टेंट की भाभी बताया था।

एक पूर्व केंद्रीय मंत्री के नाम पर पुलिस वालों को धमकाया

हनी ट्रैप नेटवर्क के संचालन में पकड़ी गई सुनीता गुर्जर भारतीय जनता पार्टी से जुड़ी रही हैं या नहीं, यह अब साफ नहीं है। लेकिन, पुलिस की टीम ने जब सुनीता को गिरफ्तार किया तो वह खुद को भारतीय जनता पार्टी का नेता बताते हुए पुलिस वालों से उलझ गई। वह एक पूर्व केंद्रीय मंत्री के नाम पर पुलिस वालों को धमकी देने लगी। सुनीता बोली कि पुलिस उसका कुछ नहीं बिगाड़ पाएगी। पुलिस को जांच-पड़ताल में उसके पास से कई ऐसे दस्तावेज भी मिले हैं, जिससे वह भाजपा से जुड़ी हुई लग रही हैं। उसके पास से दो पैन कार्ड मिले हैं। दर्जनों अलग-अलग संस्थानों के कार्ड मिले हैं।

इस महिला का भाजपा से कोई सरोकार नहीं है: मनोज गुप्ता

इस बारे में भाजपा के नोएडा महानगर अध्यक्ष मनोज गुप्ता का कहना है कि सुनीता गुर्जर का भाजपा से कोई लेना-देना नहीं है। महिला ने खुद को भाजपा नेत्री साबित करने के लिए फर्जी दस्तावेजों का सहारा लिया है। महिला ने पुलिस को जाली दस्तावेज उपलब्ध करवाए हैं। हमने पुलिस से साफ कह दिया है कि इस तरह का गंभीर अपराध कारित करने वालों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। 

डीआरडीओ से मिली शिकायत तो नोएडा पुलिस में मचा हड़कम्प

रक्षा वैज्ञानिक के घर वालों ने पुलिस से कोई शिकायत नहीं की थी। फिरौती के लिए कॉल आने के बाद वैज्ञानिक के घरवाले पैसों का इंतजाम करने में जुट गए थे। इसी दौरान घटना की जानकारी वैज्ञानिक के ऑफिस को लग गई। वहां से गौतमबुद्ध नगर के पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह से संपर्क किया गया। पुलिस कमिश्नर को इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस की टीम अलर्ट हो गई और ऑपरेशन में जुट गई।

इतनी बड़ी उपलब्धि लेकिन प्रेस कॉन्फ्रेंस से डीसीपी और एसीपी गायब

पुलिस कमिश्नरेट कि इस महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस से डीसीपी और एसीपी गायब दिखे। इस सनसनीखेज घटना के खुलासे के लिए अपर मुख्य सचिव गृह द्वारा पुलिस की टीम को पांच लाख रुपए नगद पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह प्रेस कॉन्फ्रेंस कितना महत्वपूर्ण था। इसके बाद भी डीसीपी और एसीपी प्रेस कॉन्फ्रेंस से नदारद दिखे। नोएडा के अपर पुलिस आयुक्त कुमार रणविजय सिंह ने कहा, पुलिस टीम ने इस सनसनीखेज घटना का खुलासा करते हुए महिला समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में दो अन्य आरोपी फरार हैं।इस घटना के सफल अनावरण और कुशल बरामद की पर अपर मुख्य सचिव गृह ने पुलिस की टीम को पांच लाख रुपए का नगद पुरस्कार देने की घोषणा की है।

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