आज नोएडा-गाजियाबाद से दिल्ली जाने के लिए पहले बॉर्डर के हाल का पता जरूर कर लें, जानिए क्यों

Tricity Today | Ghaziabad Delhi Border



अगर आज आपको नोएडा या गाजियाबाद से दिल्ली जाना है तो पहले बॉर्डर के हालात का पता कर लें। दरअसल नोएडा और गाजियाबाद पुलिस दिल्ली बॉर्डर पर सख्ती बरकरार रखेगी। किसी भी वाहन को बिना पूछताछ और जांच के दिल्ली में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। इसी तरह दिल्ली से आने वाले वाहनों को बिना अधिकृत मंजूरी के शहर में घुसने नहीं दिया जाएगा। ऐसे में नोएडा-दिल्ली बॉर्डर पर लंबा जाम लगने की उम्मीद है। लिहाजा, घर से दिल्ली के लिए निकलने से पहले हालात का पता कर लें।

अनलॉक डाउन शुरू होने के बावजूद गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद के जिलाधिकारी ने नोएडा-दिल्ली बॉर्डर को सील रखने का फैसला लिया है। इसके चलते दिल्ली और नोएडा के बीच आवागमन को नियंत्रित किया जा रहा है। नोएडा-दिल्ली बॉर्डर के बीच सीलिंग बरकरार है। दिल्ली से नोएडा में प्रवेश करने वाले वाहनों को अधिकृत पास के जरिए ही आने दिया जाता है। इसी तरह दिल्ली जा रहे वाहन चालकों से भी पूछताछ की जाती है। उनसे दिल्ली जाने की वजह पूछी जाती है।

केवल आवश्यक सेवाओं, स्वास्थ्य कर्मियों, मीडिया कर्मियों और दिल्ली में कार्यरत केंद्र और राज्य सरकार के कर्मचारियों को ही आवागमन की इजाजत दी गई है। इसके अलावा मेडिकल इमरजेंसी वाले लोगों को आने-जाने दिया जाता है। ऐसे में पूछताछ और दस्तावेजों की जांच पड़ताल करने में पुलिस को समय लगता है। लिहाजा नोएडा-दिल्ली बॉर्डर पर रोजाना लंबा जाम लग रहा है। खासतौर से सुबह 8:00 बजे से 11:00 बजे तक और शाम को 5:00 बजे से 9:00 बजे तक ट्रैफिक बेहद धीमा रहता है। ठीक है ऐसे ही हालात दिल्ली गाजियाबाद बॉर्डर के हैं।

लोगों को चार-पांच किलोमीटर की दूरी तय करने में घंटों का समय लग रहा है। सोमवार को एक बार फिर 2 दिन का अवकाश पूरा होने के बाद सभी सरकारी और गैर सरकारी कार्यालय खुलेंगे। लिहाजा बड़ी संख्या में लोगों को नोएडा-दिल्ली और गाजियाबाद-दिल्ली के बीच आवागमन करना होगा। ऐसे में नोएडा के डीएनडी और कालिंदी कुंज मार्ग पर वाहनों का खासा दबाव रहेगा। गाजियाबाद के यूपी गेट पर भारी यातायात की संभावना है। पुलिस बिना इजाजत के लोगों को जाने नहीं देगी।

पुलिस पूछताछ के बाद ही आवागमन की इजाजत देगी। ऐसे में वाहन बेहद धीमी गति से चलेंगे। जिसकी वजह से लंबे ट्रैफिक जाम लगने की पूरी संभावना है। आपको बता दें कि गाजियाबाद और नोएडा में दिल्ली बॉर्डर को सील करने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में भी जनहित याचिका पर सुनवाई चल रही है। जिसमें उत्तर प्रदेश सरकार ने स्थिति साफ कर दी है कि बॉर्डर सील रहेगा। इसके पीछे सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को कारण भी बताया है। सरकार ने जानकारी दी है कि दिल्ली में नोएडा और गाजियाबाद के मुकाबले 40 गुना ज्यादा संक्रमण है।

अगर लोगों को निर्बाध रूप से आवागमन करने की इजाजत दे दी जाती है तो नोएडा और गाजियाबाद में भी वायरस का संक्रमण और तेजी से फैलेगा। जिसे संभालना आसान नहीं होगा। इसे लेकर दोनों जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों ने डीएम और शासन को रिपोर्ट भेजी थी। जिसके आधार पर दोनों जिलों के डीएम ने ऑर्डर सील करने का फैसला लिया है।

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