Tricity Today | ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में बोर्ड बैठक
ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण की शनिवार को 119वीं बोर्ड बैठक का आयोजन किया गया है। बोर्ड चेयरमैन और उत्तर प्रदेश के अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टंडन की अध्यक्षता में बोर्ड मीटिंग हुई। शनिवार को हुई इस बोर्ड बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं। जिसमें वेयरहाउसिंग और लॉजिस्टिक्स हब को इंडस्ट्री का दर्जा देने वाले उत्तर प्रदेश सरकार के फैसले को ग्रेटर नोएडा में लागू कर दिया गया है।
ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेंद्र भूषण ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने हाल ही में वेयरहाउसिंग और लॉजिस्टिक्स नीति में व्यापक बदलाव किए हैं। अभी तक इन्हें कमर्शियल श्रेणी में रखा गया था। राज्य सरकार ने इन्हें उद्योग का दर्जा दे दिया है। राज्य सरकार की इस नीति को अंगीकार करने के लिए बोर्ड के समक्ष रखा गया था। जिसे मंजूरी दे दी गई है। सीईओ का कहना है कि इससे ग्रेटर नोएडा को बड़ा फायदा मिलेगा। जेवर एयरपोर्ट आने के चलते इस सेक्टर की तमाम मल्टीनेशनल कंपनियां शहर में वेयरहाउस और लॉजिस्टिक्स पार्क बनाना चाहती हैं। कंपनियों को भूमि आवंटन किया जाएगा। भूखंडों पर 60% तक ग्राउंड कवरेज करने की अनुमति दी जाएगी।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेंद्र भूषण का कहना है कि आने वाले वर्षों में यह सेक्टर अपार संभावनाएं लेकर आएगा। जिससे शहर को बड़ा निवेश मिलने की उम्मीद है। साथ ही इस सेक्टर में बड़ी संख्या में युवकों को रोजगार मिलेगा। ग्रेटर नोएडा से ही दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कोरिडोर की शुरुआत हो रही है। डीएमआईसीडीसी की इंडस्ट्रियल इंटीग्रेटेड टाउनशिप ग्रेटर नोएडा में बताई जा रही है। ऐसे में यहां वेयरहाउस और लॉजिस्टिक्स पार्क आने वाले वर्षों में बड़ा उद्योग बन कर उभरेंगे।
शनिवार को हुई बोर्ड बैठक में ग्रेटर नोएडा के सीईओ नरेंद्र भूषण, नोएडा की सीईओ ऋतु महेश्वरी, यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी रविंद्र सिंह, ग्रेटर नोएडा के एसीईओ दीपचंद और केके गुप्त शामिल हुए।