Noida News : आपको जानकर हैरानी होगी कि जनवरी 2024 से लेकर फरवरी 2024 तक पूरे भारत में डिजिटल अरेस्टिंग के 4,599 मामले सामने आए हैं। यह आंकड़ा हैरान कर देने वाला है। इसमें काफी कम मामले नोएडा के हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक दिसंबर 2023 से लेकर अब तक गौतमबुद्ध नगर जिले में डिजिटल अरेस्टिंग के 19 मामले सामने आए हैं। सभी मुकदमे दर्ज हैं और पुलिस जांच कर रही है। भले ही पुलिस इसमें गंभीरता और टेक्निकल टीम के साथ जांच करती हो, लेकिन मुद्दा तो बड़ा है। सीधे तौर पर साइबर अपराधियों की नजर उन लोगों पर है, जिनके अकाउंट में लाखों-करोड़ों रुपए जमा होते हैं।
आम जनता के लिए भी चुनौती
एक डाटा के मुताबिक पिछले 8 महीनों में नोएडा और ग्रेटर नोएडा में डिजिटल अरेस्ट के 19 मामले सामने आए हैं। इनमें करीब 120 करोड़ की ठगी हुई है। डिजिटल अरेस्ट करने के बाद लोगों को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है और उनके अकाउंट से पैसे निकलवा लिए जाते हैं। डिजिटल अरेस्टिंग काफी तेजी के साथ बढ़ता जा रहा है। यह केवल पुलिस के लिए नहीं बल्कि आम जनता के लिए भी चुनौती बनता जा रहा है। इसको रोकने के लिए काफी प्रयास किया जा रहे हैं, लेकिन उसके बावजूद भी कोई रोकथाम नहीं हो रही है।
साइबर क्राइम एसीपी विवेक रंजन से खास बातचीत
जिले में बढ़ रहे साइबर क्राइम और डिजिटल अरेस्टिंग को लेकर गौतमबुद्ध नगर के साइबर क्राइम एसीपी विवेक रंजन ने "ट्राईसिटी टुडे" से बातचीत की। उन्होंने बताया, "यह काफी अहम मुद्दा बनता जा रहा है, लेकिन अगर लोग जागरूक होंगे तो साइबर क्रिमिनल कमजोर हो जाएंगे। लोगों को जागरूक होने की आवश्यकता है। इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि अनजान व्यक्ति से बात करते वक्त सावधानी बरतें। अगर उनको कोई अनहोनी की बात बता रहा है तो अपने स्तर पर इसकी पुष्टि करनी चाहिए। किसी की बातों में ना आए। किसी भी अनजान मैसेज को पढ़कर परेशान ना हो। अगर कोई समस्या आती है तो तत्काल पुलिस को कॉल करें या फिर अपने परिवार में किसी से सलाह ले। जल्दबाजी में अनजान व्यक्ति से बातें ना करें और उसके झांसे में ना आए।"
साइबर क्राइम से बचने के तरीके -
किसी अज्ञात लिंक पर भूल से भी क्लिक न करें, इससे आपका बैंक अकाउंट हैक हो सकता है और आपके खाते में जमा पैसों को साइबर अपराधी ठग सकते हैं।
कभी किसी भी वेबसाइट को विज़िट करते वक्त सबसे पहले HTTPS पर ध्यान देना चाहिए। अगर वेबसाइट के लिंक मे HTTPS के बजाय HTTP हैं तो हमें ऐसे वेबसाइट पर नहीं जाना चाहिए और अनजान वेबसाइट पर हमें भूलकर लॉगिन नहीं करना चाहिए व Personal Details को साझा नहीं करना चाहिए।
अक्सर किसी सॉफ्टवेयर या ऐप को फ्री में इस्तेमाल करने के लिए अपने कंप्यूटर या स्मार्टफोन में ऐसे थर्ड पार्टी ऐप और सॉफ्टवेयर इंस्टॉल कर लेते हैं। जो बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है। इससे हमारा कंप्यूटर और स्मार्टफोन हैक हो सकता है। इसलिए कभी भी किसी थर्ड पार्टी ऐप या सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल न करें।
अक्सर हमें और हमारे आस-पास मौजूद लोगों को ऐसे कॉल आते रहते हैं। जिनमे ऑनलाइन स्कीम और लॉटरी की बात चल रही है, पैसे देने का दावा किया जाता है और उसके बदले में हमारी व्यक्तिगत जानकारी और पैसे मांगे जाते हैं तो ऐसे में आपको इस पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं करना चाहिए।
अगर आप फ्री इंटरनेट के चक्कर मे Public वाईफाई का उपयोग करते हैं तो सावधान हो जाए क्योंकि आज के समय मे फ्री Public वाईफाई बिल्कुल भी सेफ नहीं हैं इससे आपका System हैक हो सकता हैं।
इंटरनेट का उपयोग करने के लिए ब्राउजर की अत्यंत आवश्यकता होती है। ऐसे में हमारे ब्राउजर में ऐसी कई सारी कमियां होती हैं। जिनमें से एक हैकर हमारे सिस्टम को हैक कर सकते हैं। इन कमियों को ठीक करने के लिए ब्राउजर को अपडेट करना चाहिए। इसलिए हमें अपने ब्राउजर को अपडेट रखना चाहिए।