Noida News : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में जब से योगी सरकार (Yogi Government) आई है। तब से अब तक नोएडा (Noid) में 20,560 करोड़ का निवेश हासिल हुआ है। करीब डेढ़ लाख लोगों को 855 नई औद्योगिक इकाइयों (Industrial Units) में रोजगार मिले हैं। निवेशकों की नोएडा पहली पसंद बना है। कई इंडस्ट्रियों के संचालन के साथ रोजगार मिलने लग गया है। औद्योगिक विकास के यह आंकड़े नोएडा अथॉरिटी (Noida Authority) की तरफ से जारी किए गए हैं।
नोएडा में हुआ 20,000 करोड़ का निवेश
योगी सरकार ने 20,000 करोड़ के निवेश के लक्ष्य को 3 साल में ही हासिल कर लिया है। देशी-विदेशी 30 निवेशकों ने प्रदेश में खुलकर निवेश किया। इनसे 3,00,000 से अधिक लोगों के रोजगार सृजित हुये। एशियाई देशों ताइवान, कोरिया आदि देशों की अनेक प्रतिष्ठित कंपनियां नोएडा में अपनी इकाईयां स्थापित करने के लिए आकृष्ट हो रही हैं। इसके अलावा एक ओवरसीज प्रतिष्ठित कम्पनी ने ग्रेटर नोएडा के 100 एकड़ क्षेत्र में इलेक्ट्रानिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर (ईएमसी) विकसित कर रही है। इसमें अनेक सदस्य इकाइयों द्वारा अपनी उत्पादन इकाइयां स्थापित की जा रही हैं। इस नीति ने नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र को भारत के एक इलेक्ट्रानिक्स विनिर्माण हब के रूप में प्रतिष्ठित किया है।
नोएडा अथॉरिटी ने बहुत अच्छे परिणाम दिए : सतीश महाना
इस मुद्दे पर ट्राईसिटी टुडे से बातचीत करते हुए औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने कहा था कि निसंदेह नोएडा अथॉरिटी ने बहुत अच्छे परिणाम दिए हैं। राज्य के औद्योगिक विकास में इस विकास प्राधिकरण का महत्वपूर्ण योगदान है। खासतौर से पिछले 4 वर्षों के दौरान नोएडा अथॉरिटी ने कामकाज करने के तरीके में व्यापक बदलाव किया है। भूमि आवंटन से लेकर तमाम दूसरी प्रक्रियाओं को पारदर्शी बनाया है। हमने प्राधिकरण में व्याप्त भ्रष्टाचार को काफी हद तक समाप्त कर दिया है।
साढ़े 4 साल में योगी सरकार की बड़ी उपलब्धि
नोएडा विकास प्राधिकरण ने अप्रैल 2017 से लेकर जून 2021 तक अपने कामकाज का ब्यौरा पेश किया है। इस रिपोर्ट के मुताबिक अथॉरिटी ने शहर के लिए 20 हजार करोड़ से ज्यादा निवेश हासिल किया है। इसी दौरान करीब डेढ़ लाख लोगों को रोजगार देने में कामयाबी हासिल की है। बड़ी बात यह है कि नोएडा अथॉरिटी ने कोरोना महामारी को भी अवसर में बदल कर कामयाबी हासिल की है।
20 बड़ी कंपनियां और इंडस्ट्री आ रही
नोएडा में 20 बड़ी कंपनियां और इंडस्ट्री आ रही हैं। इनका निवेश 50 करोड़ से शुरू होकर 4826 करोड़ रुपए तक का है। इनमें सैमसंग की डिस्प्ले यूनिट, डिक्सोन की मोबाइल यूनिट, आइकिया, अडानी ग्रुप, टीसीएस समेत कई अन्य बड़े नाम शामिल हैं। कई बड़ी इंडस्ट्रियां शुरू भी हो गई हैं। नोएडा अथॉरिटी के पास इंडस्ट्रियों के लिए बड़े पैमाने पर योजना लाने के लिए जमीन की भी समस्या है। इसके लिए अथॉरिटी का जोर नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे किनारे विकसित हो रहे सेक्टर 161 से 167 तक में जमीन लेकर लैंडबैंक बढ़ाने पर जोर है। इसके लिए भूलेख विभाग में अलग से एक ओएसडी को जिम्मेदारी दी गई है।