Noida News : नोएडा में एक बेहद सनसनीखेज मामला सामने आया है। यह घटना नोएडा के थाना सेक्टर 113 क्षेत्र के पर्थला चौक की है। कार सवार महिला को सुबह करीब 10 बजे पथर्ला चौक के पास दो व्यक्तियों ने रोक लिया। आरोपी कार के गेट पर तेज-तेज हाथ मारने लगे और कहने लगे उसने एक बच्चे को मारा। लगातार ऐसा करने पर महिला डर गई। महिला ने जैसे ही उसने गेट खोला एक व्यक्ति अंदर घुस गया। उसे लगा कि वह उस पर हमला कर मार देगा। इस बीच दूसरा व्यक्ति उनका आईफोन 14 प्रो लेकर भाग गया। वहीं,पीड़िता की शिकायत जब पुलिस ने घटनास्थल पर लगे CCTV कैमरों की जांच की तो वह बंद मिले। पुलिस ने इस मामले को फोन चोरी में दर्ज किया है
यह है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक वांक्षा गर्ग परिवार के साथ ग्रेटर नोएडा वेस्ट की ऑक्सफोर्ड ईको विलेज 3 सोसायटी में रहती है। वह एक मीडिया संस्थान में जनरल मैनेजर हैं। वांक्षा 2 मई की सुबह करीब 10 बजे पर्थला चौक की तरफ से अपने ऑफिस जा रही थी। तभी दो व्यक्ति उनकी कार के पास आए। इससे पहले वह कुछ समझ पाती दोनों आरोपी कार की खिड़की को तेज-तेज बजाने लगे। आरोपी बोले-उसने पीछे एक बच्चे को मार दिया। जिसके बाद वह डर गई। इस बीच आरोपी लगातार कार का गेट बजाते रहे। उन्होंने डर कर जैसे ही गेट खोला, एक आरोपी कार में घुस गया। जिससे वह डर गई, उसे लगा अब यह मार देंगे। इसके बाद दूसरा व्यक्ति उसकी कार में लंच बॉक्स के पास रखा आईफोन 14 प्रो लेकर भाग गया। इसके बाद पहला व्यक्ति भी वहां से निकल भागा।
घटनास्थल पर लगे कैमरे मिले बंद
पीड़िता ने किसी तरह घटना के बारे पति गगन पाराशर को बताया। जिसके बाद घटना की सूचना पुलिस मौके पर पहुंची। बताया जा रहा है कि जब पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की तो वह बंद मिले। लेकिन आरोपियों के बारे में कोई सुराग हाथ नहीं लग सका। घटना के बाद पुलिस ने शिकायत पर चोरी की धारा में केस दर्ज किया है।
पुलिस ने फिर दिखाई लापरवाही
पीड़िता का आरोप है कि घटना के बाद वह पुलिस की कार्यशैली से निराश हैं। पुलिस ने उनके मोबाइल को ट्रैक करने का प्रयास तक नहीं किया। उनका फोन काफी देर तक चालू रहा। मोबाइल की आखरी लोकेशन मेरठ में मिली है। पीड़िता का आरोप है कि सही समय पर सूचना देने के बाद भी पुलिस इस पूरे मामले में लापरवाही बरती है। घटना के 7 दिन बाद भी पुलिस इस मामले में कुछ नहीं कर पाई है।
मेरा अपहरण या मुझे मार सकते थे
वहीं पीड़िता का कहना है कि सिर्फ मेरा फोन चुराने के बजाय, वे मेरा अपहरण करने या यहां तक कि मुझे मारने का भी फैसला कर सकते थे क्योंकि उन्हें किसी का भी डर नहीं था। उनकी पुलिस से मांग है कि इस मामले में जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस का बयान
इस संबंध में पुलिस का कहना है कि यह घटना 2 मई की है। मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। घटना की गहनता से जांच की जा रही है। मोबाइल फोन को भी ट्रैक किया जा रहा है।