Noida News : सेक्टर-30 स्थित चाइल्ड पीजीआई में आउटसोर्सिंग के तहत कार्यरत स्टाफ नर्स ने स्थायी स्टाफ नर्स के बीच का झगड़ा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दरबार तक पहुंच गया है। हालांकि उससे पहले ही सीएमएस ने आउटसोर्स एजेंसी को पत्र भेजकर स्टाफ नर्स की सेवा समाप्त करने को कहा है।
अस्पताल की स्टाफ ने बदन को बताया छेड़छाड़ का दोषी
मामला 14 जुलाई की रात का बताया जा रहा है। इमरजेंसी में एक मरीज आया था। उसके इलाज के दौरान महिला स्थायी स्टाफ नर्स ने आरोप लगाया कि आउससोर्स स्टाफ नर्स बदन चौधरी ने उसे गलत इरादे से छुआ। देर रात महिला स्टाफ नर्स ने अपने पति और भाई को बुला लिया। दोनों बेहद गुस्से में आए, लेकिन वहां तैनात सुरक्षा गार्डों ने बीच बचाव कर दिया। मौके पर तैनात स्थायी स्टाफ नर्सों का कहना है कि बदन चौधरी ने जानबूझ कर ड्यूटी के दौरान महिला नर्स का हाथ पकड़ा है।
आउटसोर्स स्टाफ नर्स ने की सीएम से शिकायत
दूसरी ओर, बदन चौधरी का कहना है कि 14 जुलाई की रात इमरजेंसी ड्यूटी के दौरान स्थायी स्टाफ नर्स मरीज के पास थी। गलती से स्थायी स्टाफ नर्स से काम लेने के दौरान उसका शरीर छू गया। इसके बाद स्टाफ नर्स से गुस्से में आ गई और काफी कहासुनी हो गई। उसने आरोप लगाया कि उसके साथ काफी अभद्रता की गई। बदन चौधरी ने इस बाबत चाइल्ड पीजीआई के डायरेक्टर से पूरे मामले की शिकायत की है। इतना ही नहीं, उसने मुख्यमंत्री के पोर्टल पर भी इस मामले की शिकायत की है। उसकी मांग है कि इस मामले की जांच की जाए और दोषी पाए जाने पर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
सीएमएस ने बदन चौधरी की सेवा समाप्त करने को लिखी चिट्ठी
इस बाबत चिकित्सा अधीक्षक डा. आकाश राज का कहना है कि सीसीटीवी में बदन चौधरी इमरजेंसी में ड्यूटी पर तैनात महिला नर्स से अभद्रता करता दिख रहा है। प्रशासन को पूर्व में भी कई बार बदन चौधरी के खिलाफ शिकायतें प्राप्त हुईं हैं। उन्होंने बताया कि सुदर्शन फैसिलिटी नामक एजेंसी को पत्र लिखकर बदन चौधरी की सेवाएं समाप्त करने को कहा है।