समाजवादी पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल यादव ने समाजवादी पार्टी के सभी पदों और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। अनिल यादव ने अपने इस्तीफे में लिखा है, "यह वह समाजवादी पार्टी नहीं है, जिसका मैं सच्चा सिपाही हूं।" समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भेजे अपने इस्तीफे में अनिल यादव ने विस्तार से लिखा है। उन्होंने जानकारी दी है कि उनकी पत्नी और कांग्रेस की सोशल मीडिया इंचार्ज पंखुड़ी पाठक के खिलाफ सपा के कुछ नेताओं ने अभद्र टिप्पणियां कीं। जिन पर पार्टी की ओर से जवाब नहीं दिया गया बल्कि अनिल यादव पर ही चुप रहने के लिए दबाव बनाया गया है। इससे आहत होकर अनिल यादव ने यह कदम उठाया है।
अनिल यादव ने लिखा, "कल एक तस्वीर वायरल हुई। जिसमें अखिलेश जी पर आमजन को टीका टिप्पणी करने का मौका मिला। कांग्रेस ने भी उस तस्वीर को प्रियंका जी की तस्वीर के साथ लगाकर कटाक्ष किया और मेरी पत्नी पंखुड़ी ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ता की पोस्ट को शेयर किया। जिसके बाद बहुत सारे सपा के लोगों ने पंखुड़ी को अभद्र व अशोभनीय बातें लिखनी शुरू कर दीं। हालांकि, मैं सोशल मीडिया पर लिखी किसी चीज को महत्व नहीं देता, लेकिन कुछ तो इतनी घटिया थीं कि कोई आम आदमी अपने घर की महिला के बारे में ऐसा देखे तो सह ना सके। उन्होंने आगे लिखा, "पंखुड़ी ने पुलिस कंप्लेंट कर दी। जिस पर विधिवत कार्यवाही जारी है, लेकिन पार्टी की तरफ से उस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। उल्टा मुझे लोगों ने पंखुड़ी को समझाने की नसीहत देनी शुरू कर दी। सुबह जब में उठा तो मैंने देखा कि मुझे सपा के सभी अधिकारी व्हाट्सएप ग्रुप से निकाल दिया गया है। जिसका सीधा संदेश मुझे समझ आ गया है। इसलिए मैं सपा की प्राथमिक और आजीवन सदस्यता से इस्तीफा देता हूं।"
अखिलेश यादव को संबोधित अपने इस्तीफे में अनिल यादव ने आगे लिखा है, "लगभग 10 साल का साथ यहीं समाप्त हुआ। सपा में मुझे बेहिसाब सम्मान और प्यार मिला। जिसका मैं आभारी हूं, लेकिन यकीन मानिए अपमान में भी कोई कसर नहीं छोड़ी।जिस पार्टी से अब हम अपने घर की महिलाओं के सम्मान की अपेक्षा नहीं कर सकते, उससे सर्व समाज के सम्मान और उत्थान की क्या उम्मीद रखें?" अनिल यादव ने आगे लिखा है, "यह सब भारी मन से लिख रहा हूं। क्योंकि कभी सोचा नहीं था कि मैं सपा छोड़ पाऊंगा, लेकिन अंत में यही कहूंगा कि क्या सपा इतनी कमजोर है कि एक फोटो से अस्तित्व खतरे में आ जाता है और किसी महिला को इस तरह गालियां दी जाती हैं। जो साथी मुझसे सफर में जुड़े, उनसे मेरे रिश्ते व्यक्तिगत थे और रहेंगे और मैं एक भाई की तरह आपके लिए हमेशा खड़ा रहूंगा। मेरी शुभकामनाएं समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव जी को।"
— Saral Patel #BharatBandh (@SaralPatel) February 26, 2021 यह है पूरा मामला
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव गुरुवार को जौनपुर में पुलिस हिरासत में मरे युवक के घर परिवार से मिलने पहुंचे थे। इस दौरान की एक फोटो सोशल मीडिया पर शुक्रवार को तेजी से वायरल हो गई। इस फोटो में अखिलेश यादव परिवार के साथ बैठे हैं। उनके सामने बिसलेरी पानी की बोतल रखी है और खाने का बहुत सारा सामान रखा हुआ है। इस फोटो को कांग्रेस के राष्ट्रीय सोशल मीडिया समन्वयक सरल पटेल ने ट्वीट किया था। जिसे पंखुड़ी पाठक ने भी ट्वीट किया था। इसके बाद समाजवादी पार्टी के एक नेता अरुण यादव ने पंखुड़ी पाठक पर बेहद आपत्तिजनक और अभद्र टिप्पणी की। इसे लेकर पंखुड़ी पाठक ने विरोध जाहिर किया और उत्तर प्रदेश पुलिस से ट्विटर पर ही शिकायत की। इस पूरे मामले में पुलिस कार्रवाई कर रही है। दूसरी ओर समाजवादी पार्टी की ओर से अरुण यादव की टिप्पणी पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई। अब पंखुड़ी पाठक के पति और समाजवादी पार्टी के नेता अनिल यादव ने इसी पूरे घटनाक्रम से आहत होकर इस्तीफा दिया है।
सोशल मीडिया पर अनिल यादव की प्रशंसा
शनिवार की सुबह अनिल यादव ने अपना इस्तीफा लिखा है। इसे अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट भी किया है।। जिसके बाद बड़ी संख्या में अनिल यादव को चाहने वाले और सामान्य लोग टिप्पणी कर रहे हैं। लोग अनिल यादव के फैसले की सराहना कर रहे हैं। सोशल मीडिया यूजर्स का कहना है कि महिलाओं का सम्मान नहीं करने वालों के खिलाफ समाजवादी पार्टी को कड़ा कदम उठाना चाहिए था। जब पार्टी ने कुछ नहीं किया तो अनिल यादव ने सही फैसला लिया है। उन्होंने न केवल महिलाओं के सम्मान की रक्षा की है, बल्कि अपनी पत्नी के सम्मान की रक्षा भी की है।