Noida News : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की सरकार बाहुबली अतीक अहमद (Atiq Ahmed) की बेनामी संपत्ति के खिलाफ लगातार एक्शन ले रही है। शासन और प्रशासन पूरे उत्तर प्रदेश में अतीक अहमद की संपत्तियों को खंगाल रही है। प्रयागराज पुलिस ने नोएडा अथॉरिटी (Noida Authority) को पत्र लिखकर अतीक अहमद और उसके परिजनों की संपत्ति की जानकारी मांगी थी। लगातार पिछले 15 दिनों से प्राधिकरण ने जमीन के दस्तावेजों को खंगालने के बाद भी अतीक अहमद और उसके परिजनों से जुड़ी कोई संपत्ति नोएडा में नहीं मिली। नोएडा प्राधिकरण के अलग-अलग विभाग की जांच में यह सामने आया है। अब प्राधिकरण ने कमिश्नरेट प्रयागराज को यह जानकारी भेज दी है।
सीईओ को आया था पत्र
कमिश्नरेट प्रयागराज की तरफ से नवंबर के तीसरे सप्ताह में नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एक पत्र भेजा गया था। पत्र में अतीक अहमद, अतीक की पत्नी शाइस्ता, अशरफ की पत्नी जैनम और अतीक के पुत्र अली, उमर, असद, एहजम और आबान की संपत्ति का विवरण तलाशने के लिए कहा गया था। गौरतलब है कि ऐसा ही पत्र ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण को भी भेजा गया था। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण एरिया में अतीक के नाम से एक कोठी का होना सामने आ चुका है। इससे पहले भी शासन ने प्रयागराज में अतीक के कब्जे वाली जमीन पर फ्लैट्स बनावा कर गरीबों के एक अदद आशियाने के सपने को अमलीजामा पहनााया है।
नहीं मिली कोई संपत्ति : एसीईओ
नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ संजय खत्री ने बताया कि प्रयागराज कमिश्नरेट की ओर से जारी पत्र के अनुसार, प्राधिकरण के भूलेख, ग्रुप हाउसिंग, औद्योगिक, वाणिज्यक और आवासीय विभाग में अतीक और उससे जुड़े नौ लोगों की संपत्ति का विवरण तलाश किया गया। किसी भी विभाग की रिपोर्ट में अतीक या उसके परिवार के किसी सदस्य के नाम संपत्ति नहीं मिली है। यह रिपोर्ट कमिश्नरेट प्रयागराज को भेज दी गई है।
नोएडा अथॉरिटी में किया था कांड
एक वक्त ऐसा था, जब अतीक की सत्ता में जबरदस्त पैंठ थी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यालय में उसका सीधा दखल हुआ करता था। उस वक्त अतीक अहमद की तूती पूरे उत्तर प्रदेश में बोल रही थी। अतीक अहमद ने नोएडा में एक ऐसी घटना को अंजाम दिया था, जिसे आज तक याद किया जाता है। अतीक अहमद ने अपना नाजायज काम करवाने के लिए नोएडा अथॉरिटी के तत्कालीन चेयरमैन पर न केवल दबाव बनाया, बल्कि उनके घर में घुसकर उन्हें बंधक बना लिया था। बाद में यह मामला तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के सामने पहुंचा था। अमर सिंह ने अतीक अहमद को लखनऊ बुलाकर मुलायम सिंह यादव के सामने फटकार लगाई थी।
पुलिस हिरासत में हुई थी अतीक की हत्या
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल 2023 की रात प्रयागराज में करीब साढ़े 10 बजे ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी गई थी। वारदात को उस दौरान अंजाम दिया गया, जब दोनों को प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल ले जाया जा रहा था। वारदात के बाद पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए तुरंत तीनों हमलावरों बांदा निवासी 22 वर्षीय लवलेश तिवारी, हमीरपुर निवासी 23 वर्षीय मोहित उर्फ सन्नी को गिरफ़्तार किया है।