नोएडा : एटीएम हैकर्स को 20 लाख रुपये और क्रेटा कर लेकर छोड़ा, जांच शुरू

नोएडा | 3 साल पहले | Ghanshyam Mishra

Google Image | नोएडा पुलिस ने 20 लाख रुपये और क्रेटा कर लेकर छोड़ा



Gautambudh Nagar News : नोएडा पुलिस की टीम द्वारा एटीएम हैकर को पकड़ कर उनसे 20 लाख रुपये और क्रेटा कार लेकर छोड़ने का मामला सामने आया है। जनपद गाजियाबाद के थाना इंदिरापुरम की पुलिस की गिरफ़्तारी होने पर इन हैकर ने यह खुलासा किया है। इस मामले में गाजियाबाद पुलिस द्वारा भेजी गई रिपोर्ट के बाद डीजीपी ने मामले की जांच शुरू करा दी है। एडीजी इंटेलीजेंस मामले की जांच करा रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक जनपद ग़ाज़ियाबाद की कोतवाली  इंदिरापुरम पुलिस ने एटीएम हैकर गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। बदमाशों के द्वारा गाजियाबाद में क्रेटा कार से एक वारदात को अंजाम दिया गया था। जब पुलिस ने हैकर गिरोह से इस क्रेटा कार के संबंध में पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि यह क्रेटा कार नोएडा पुलिस की एसओजी की टीम के पास है। इस पर हुई पूछताछ में खुलासा हुआ कि उन्हें करीब तीन माह पहले एसओजी नोएडा की टीम ने पकड़ा था और उस दौरान उनके पास 10 लाख रुपये नकद थे जिसे एसओजी टीम ने ले लिए थे। उसके बाद बदमाशों से 10 लाख रुपये और लेने के लिए एसओजी की एक टीम उनके घर गई थी। पुलिस टीम वहां से 10 लाख रुपये और क्रेटा कार लेकर आ गई थी। इस पर थाना इंदिरापुरम पुलिस ने हैकर को उनके घर ले जाकर वहां से एसओजी टीम द्वारा क्रेटा कार ले जाने की सीसीटीवी फुटेज भी बरामद कर ली। इस संबंध में पूरी रिपोर्ट बनाकर डीजीपी मुख्यालय को भेजी जिसे डीजीपी ने गंभीरता से लिया है और इस प्रकरण में जांच बैठाते हुए रिपोर्ट तलब की है। एडीजी इंटेलीजेंस भी पूरे मामले की जांच करा रहे हैं।

मांगे 50 लाख, मिले 20 लाख रुपये 
इस मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नोएडा पुलिस ने एटीएम हैकर को छोड़ने के लिए पहले 50 लाख रुपये की मांग की  थी लेकिन बदमाशों के पास इतनी रकम ना हो पाने पर डील 20 लाख रुपये में ही करनी पड़ी। हैकर जब एसओजी के पुलिस कर्मियों को अपने घर रुपये देने के लिए लेकर गए तो वहां पर एक नई क्रेटा कार भी खड़ी थी। इस पर तब तक नंबर भी नहीं पड़ा था। एसओजी के पुलिसकर्मियों ने कहा कि यह कार भी तुमने ठगी के रुपये से खरीदी है और यह कहकर उस कार को भी वह अपने साथ ही लेकर चले गए।

इंदिरापुरम थाने के चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ नोएडा में दर्ज हुआ था मुकदमा 
इंदिरापुरम थाने के चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ नोएडा की कोतवाली फेज-3 में 23 अक्टूबर को मुकदमा दर्ज किया गया था। इसमें गढ़ी-चौखंडी गांव निवासी लीलू ने आरोप लगाया था कि इंदिरापुरम पुलिस उसे तथा उसके भाई सलेक चंद और भतीजे जितेंद्र को उठाकर इंदिरापुरम थाने में ले गई थी और उनसे 10 लाख रुपये के चेक पर हस्ताक्षर कराने के बाद छोड़ा  था। इस मामले में एक सीसीटीवी फुटेज भी वायरल हुआ था और उसमें इंदिरापुरम थानाध्यक्ष की गाड़ी को गांव गढ़ी चौखंडी में आते हुए दिखाई दिया था। इस मामले के बाद अब इंदिरापुरम पुलिस ने नोएडा पुलिस को लेकर यह नया खुलासा किया है।

डीसीपी क्राइम कर रहे हैं मामले की जांच
इस मामले में कमिश्नरेट गौतमबुद्ध नगर के अपर पुलिस आयुक्त लव कुमार ने बताया है कि मामले की जानकारी मिली है और इस मामले में डीसीपी क्राइम अभिषेक को जांच सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद इस प्रकरण में आगे की कार्रवाई की जाएगी और जो दोषी निकलेंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

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