बड़ी खबर : नोएडा के 168 सेक्टरों की ग्रीन बेल्ट खाली कराएगा प्राधिकरण, ड्रोन से होगा सर्वे, पढ़े पूरी रिपोर्ट

नोएडा | 3 साल पहले |

Tricity Today | सुपरटेक एमेरल्ड कोर्ट ट्विन टॉवर्स की एसआईटी जांच



Noida News : नोएडा के सेक्टर 93बी में सुपरटेक एमेरल्ड कोर्ट ट्विन टॉवर्स की एसआईटी जांच के बाद करीब 7000 वर्ग मीटर जमीन पर बिल्डर का अवैध कब्जा पाया गया था। इस जमीन को ग्रीन बेल्ट के लिए छोड़ा गया था। इसके बाद नोएडा प्राधिकरण (Noida Authority) के सभी 168 सेक्टरों के ग्रीन बेल्ट की जांच कराने का फैसला लिया है। आज से यह अभियान शुरू हो गया है। इसके तहत सभी सेक्टर के  बेल्ट का नक्शा नियोजन विभाग से मंगा लिया गया है। इन सब का अध्ययन किया जा रहा है। जल्द ही उद्यान विभाग की कई टीमों का गठन होगा और अलग-अलग क्षेत्रों की ग्रीन बेल्ट की जांच शुरू की जाएगी। प्राधिकरण ने नक्शे के अलावा मौके की सेटेलाइट इमेज लेने का भी फैसला लिया है। इससे पता चल सकेगा कि नक्शे में दिख रही ग्रीन बेल्ट का फिलहाल कैसे उपयोग किया जा रहा है  जांच के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

मनमाना इस्तेमाल किया है
अफसरों के मुताबिक सबसे पहले शहर के सभी बिल्डर सोसाइटी और कॉमर्शियल क्षेत्रों की जांच-पड़ताल की जाएगी। ऐसा माना जा रहा है कि बड़े पैमाने पर बिल्डर सोसाइटी और मॉल के करीब ग्रीनबेल्ट पर अतिक्रमण हुआ है। अक्सर शिकायत मिलती है कि बिल्डर ने बगल की ग्रीन बेल्ट पर कब्जा कर सड़क बना ली है। कई जगह यहां पार्किंग बना दिया गया है। जबकि कुछ बिल्डर प्रोजेक्ट में वहां खेल के मैदान बनाए गए हैं। नोएडा की तमाम सोसाइटी में शिकायत मिलती रही है कि यहां बिल्डर ने ग्रीन बेल्ट पर कॉमर्शियल एक्टिविटीज की हैं। वहां दुकानें बना दी हैं। पिछले कई वर्षों से निवासी लगातार इसके विरोध में आवाज उठा रहे हैं।

कार्रवाई की जाएगी
सुपरटेक मामले के खुलासे के बाद प्राधिकरण ग्रीन बेल्ट पर अवैध अतिक्रमण करने वाले सभी बिल्डरों और संस्थानों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है। चिन्हित किए गए ग्रीन बेल्ट को खाली कराया जाएगा। साथ ही अवैध निर्माण को गिराया जाएगा तथा संबंधित पर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। नोएडा प्राधिकरण की सीईओ ऋतु महेश्वरी ने कहा है कि किसी भी हाल में ग्रीन बेल्ट की जमीन पर अवैध कब्जा स्वीकार नहीं किया जाएगा। बताते चलें कि नोएडा मास्टर प्लान-2031 के मुताबिक कुल 30% जमीन को ग्रीन बेल्ट के रूप में विकसित किया जाना है। मंगलवार को कार्रवाई करते हुए अथॉरिटी की टीम ने सुपरटेक एमेरल्ड कोर्ट में बनी अवैध दीवार को गिरा दिया है। आज से वहां फेंसिंग की जाएगी।

195 ग्रीन बेल्ट हैं
रिकॉर्ड के मुताबिक नोएडा में ग्रीन बेल्ट की कुल संख्या 195 है। शहर के 1390 एकड़ में ये ग्रीन बेल्ट को विकसित किए गए हैं। साथ ही नोएडा प्राधिकरण ने 171 सड़कों के किनारे वृक्षारोपण कराया है। इनकी कुल लंबाई 796 किलोमीटर है। जबकि शहर में कुल 728 पार्क हैं। हालांकि प्राधिकरण के मास्टर प्लान में पहले से ही ग्रीन बेल्ट चिन्हित है, लेकिन यह माना जा रहा है कि अफसरों की अनदेखी के चलते इनमें से ज्यादातर पर अवैध कब्जा-अतिक्रमण कर लिया गया है। इसलिए वह नक्शे से गायब हो सकते हैं। इससे पार पाने के लिए प्राधिकरण पुराने रिकॉर्ड भी खंगालेगा। रिकॉर्ड के हिसाब से ग्रीन बेल्ट के लिए छोड़ी गई जमीनों का भी मौका मुआयना किया जाएगा। राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) और सुप्रीम कोर्ट ने कई मामलों में आदेश दिया है कि ग्रीन बेल्ट पर कोई भी अतिक्रमण नहीं हो सकता। इसे रोकने की जिम्मेदारी नोएडा प्राधिकरण की है।

मास्टर प्लान 2031 के मुताबिक जमीनों का उपयोग इस तरह किया जाना है - 
  1.  कैटेगरी                     क्षेत्रफल                         प्रतिशत
  2. आवासीय                   5722 हेक्टेयर                37.45%
  3. औद्योगिक                  2807  हेक्टेयर               18.37%
  4. मनोरंजन-ग्रीन बेल्ट      2433 हेक्टेयर                15.92%
  5. अन्य                         2376 हेक्टेयर                15.55%
  6. यातायात                  1942 हेक्टेयर                 12.71%

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