Noida News : नोएडा एक्सप्रेसवे (Noida Expressway) पर तीन पहिया वाहनों के प्रतिबंध के बावजूद ऑटो-रिक्शा चलाए जा रहे हैं। यह स्थिति न केवल अन्य वाहनों के लिए परेशानी का कारण बन रही है, बल्कि दुर्घटनाओं की संभावना भी बढ़ा रही है। ऑटो चालकों का कहना है कि एक्सप्रेसवे के किनारे विकसित हुए आवासीय और व्यावसायिक केंद्रों (Residential and commercial centers) से उन्हें नियमित ग्राहक मिलते हैं। उनका यह भी मानना है कि इस मुद्दे पर उन्हें मार्गदर्शन देने वाले कोई साइनबोर्ड या बैनर नहीं हैं।
नो-एंट्री नियम का उल्लंघन करने पर जुर्माना
नोएडा ट्रैफिक पुलिस के अनुसार, नो-एंट्री नियम का उल्लंघन करने पर 20,000 रुपये का भारी जुर्माना लगाया जाता है। सेक्टर-14 ए से ग्रेटर नोएडा के परी चौक तक एक्सप्रेसवे के मुख्य कैरिजवे पर ऑटो, ट्रैक्टर ट्रॉली, बैलगाड़ी, ई-रिक्शा और अन्य धीमी गति वाले वाहनों का प्रवेश वर्जित है। एक ऑटो चालक सोनू कुमार ने बताया कि हम बोटेनिक गार्डन से ग्राहकों को लाते हैं और उन्हें उनके घरों और दफ़्तरों तक छोड़ने के लिए नोएडा एक्सप्रेसवे का इस्तेमाल करते हैं। रास्ते में कोई स्पष्ट संकेत नहीं है जो हमें प्रतिबंध के बारे में बताए।
16,000 पंजीकृत ऑटो
नॉलेज पार्क के एक छात्र रोहन का कहना है कि नोएडा से ग्रेटर नोएडा के लिए कोई सिटी बस सेवा नहीं है। इसलिए, मैं आमतौर पर बोटेनिक गार्डन से परी चौक तक ऑटो लेता हूं। अक्टूबर 2023 में, नोएडा ट्रैफ़िक पुलिस ने एक प्रवर्तन अभियान शुरू किया था। नोएडा में लगभग 16,000 पंजीकृत ऑटो हैं। डीसीपी (ट्रैफिक) अनिल कुमार यादव का कहना है कि हम जल्द ही एक प्रवर्तन अभियान चलाएंगे और सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी ऑटो और अन्य धीमी गति वाले वाहन एक्सप्रेसवे पर न चलें।