Noida News (Sumit Rajput) : समूची दुनिया में नए साल का एकमात्र ऐसा त्योहार या जश्न है, जिसे हर धर्म और संप्रदाय को लोग एक साथ पूरे उत्साह के साथ मनाते हैं। साल को अलविदा कहने और नए साल के स्वागत के लिए दुनियाभर के लोग 31 दिसंबर की रात 12 बजने का इंतजार करते हैं। आतिशबाजी कर लोग नए साल के खुशियों से भरा होने की मनोकामनाएं करते हैं। लेकिन, अगर इस जश्न से हजारों लोगों के किनारा करने का ऐलान निश्चित रूप से चिंता की बात है। नोएडा की एक सोसाइटी में रहने वाले 15000 से ज्यादा लोगों ने इस बार नए साल का जश्न नहीं मनाने का ऐलान किया है। उनका कहना है कि वे नए साल के जश्न से अपने को अलग रखेंगे। चौंकिये मत! ये कोई गुस्सा या विरोध नहीं है। नोएडा में भी अयोध्या स्थापित करने के लिए यह फैसला किया गया है। सोसाइटी में रहने वाले लोगों का कहना है कि वे नए साल की खुशी 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के साथ ही मनाएंगे। उन्हें इसका दशकों से इंतजार था।
क्या कहते हैं निवासी
नोएडा के सेक्टर-151 में स्थित जेपी अमन सोसायटी में करीब 5 हजार फ्लैट हैं। इस सोसाइटी में 15 हजार से ज्यादा निवासी रहते हैं। इसमें हर बार की तरह इस बार नए साल का जश्न नहीं मनाया जाएगा। सोसायटी के निवासियों का कहना है कि नए साल को तो हम बचपन से मनाते आ रहे हैं, लेकिन हम सभी हिंदुओं के जीवन में दशकों से जिस दिन का इंतजार था, वह दिन 22 जनवरी है। वह दिन हमारे लिए गौरव का है। हम उसी दिन नए साल की खुशियां भगवान श्रीराम मंदिर के उद्घाटन के साथ मनाएंगे।
सोसाइटी के मंदिर में भी होगी श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा
सोसायटी के लोगों ने बताया कि 22 जनवरी को हम सबका एक साथ अयोध्या जाना तो संभव नहीं है, लेकिन सोसाइटी के मंदिर में राम दरबार की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। यहां अयोध्या की तर्ज पर देश के विभिन्न कोनों से विद्वानों को बुलाकर प्राण प्रतिष्ठा कराई जाएगी। पूरी सोसाइटी को लाइट और फूलों से सजाया जाएगा। खास दिन के लिए महिलाएं कर रहीं तैयारियां
मंदिर के पुजारी राम ब्रजवासी ने बताया कि इस दिन को खास बनाने के लिए हजारों लोगों को इस आयोजन में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा गया है। इसमें 20 हजार लोगों के आने की उम्मीद है। सोसाइटी की महिलाओं का कहना है कि 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के साथ ही हम भी अपने मंदिर में राम दरबार को स्थापित करके प्राण प्रतिष्ठा कराएंगे। सोसाइटी की सभी महिलाएं और बच्चों का एक ड्रेस कोड होगा। सांस्कृतिक कार्यक्रम भी किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि हम भजन कीर्तन की भी तैयारी कर रहे हैं।