नोएडा : भानु प्रताप सिंह नोएडा मीडिया क्लब में बोले- जो किसान हित की बात करेगा, वही देश पर राज करेगा

नोएडा | 3 साल पहले | Nitin Parashar

Social Media | नोएडा मीडिया क्लब में प्रेस वार्ता



NOIDA NEWS : भारतीय किसान यूनियन भानु के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने रविवार को नोएडा मीडिया क्लब में प्रेस वार्ता की। प्रेस वार्ता के दौरान भानु प्रताप सिंह ने कहा कि इस देश का किसान अब काफी परेशान हो चुका है। देश में किसानों को शोषण किया जा रहा है। अब भारतीय किसान यूनियन ने फैसला किया है कि जो किसान हित की बात करेगा। वही देश पर राज करेगा। अगर केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार किसान हित की बात करते हैं तो तभी उनको 2022 विधानसभा चुनाव में वोट दिया जाएगा। नहीं तो उत्तर प्रदेश का किसान भारतीय जनता पार्टी को दरकिनार कर देगा।

भारत में किसानों का दुर्भाग्य
सन 1967 में स्वर्गीय मुख्यमंत्री ने गेहूं की खरीद उत्तर प्रदेश में 76 रुपए कुंतल करवाई थी। उस समय सरकारी अध्यापक को 70 रुपए तनखा मिलती थी। आज की तारीख में अध्यापकों की तनख्वाह 70,000 है तो हमारे गेहूं की कीमत भी 760 हजार होनी चाहिए थी लेकिन दुर्भाग्य हैं कि ऐसा नहीं है, सरकार से मांग करते हैं कि गेहूं के रेट बढ़ाए जाए और किसानों के साथ हो रहे अन्याय को रोका जाए।

पीएम का दावा हुआ फेल, काला छोड़ो पीला धन भी नहीं आया
भारतीय किसान यूनियन (भानु) के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने कहा, "2014 में नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनने से पहले कहा था स्वामीनाथन लागू करूंगा, किसानों की हालत सुधार दूंगा, काला धन वापस ले आऊंगा लेकिन काला तो छोड़ो पीला धन नहीं नहीं आया, ना स्वामीनाथन लागू हुआ और ना किसान का कर्ज माफ हुआ। अब हमारी मांग है जो किसान की बात करेगा वही देश में राज करेगा तो प्रधानमंत्री से मैं हाथ जोड़कर पैर छूकर विनती करता हूं कि देश के किसान मजदूर जो आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं, उनके प्राण बचाओ।" उन्होंने आगे कहा, "उद्योगपति के कर्ज माफ होते हैं, उद्योगपतियों द्वारा लोन नहीं चुकाया जाता, उसके बावजूद सरकार उद्योगपतियों को आगे भी लोन दे देती है। देश में उद्योगपतियों को काफी आगे बढ़ाया जाता है और जो उनको दरकिनार किया जा रहा है।

किसान हित वाली पार्टी को देंगे समर्थन
राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप ने कहा, "भारतीय किसान यूनियन ने 2014 में भाजपा को समर्थन दिया था। कांग्रेसी से लड़ाई लड़ी थी क्योंकि कांग्रेस ने किसानों की बात नहीं मानी थी। फिर 2017 में समर्थन वर्तमान सरकार को किया था। क्षेत्रीय पार्टी को हम किसान हित वाली पार्टी नहीं सोच रहे थे। 2019 में भी प्रधानमंत्री को समर्थन किया। इस आशा में कि किसानों का कर्ज माफ होगा। किसान आयोग का गठन होगा लेकिन अब तक कुछ भी नहीं हुआ है।"

किसान आयोग का गठन करने की मांग
भानु से आगे कहा, "पिछले दिनों ही हम कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर से मिले थे और 11 तारीख को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी। उनसे भी कहा था कि किसान आयोग का गठन चाहिए और किसानों का कर्ज माफ होना चाहिए। अब भानु का ऐलान है जो किसान हित की बात करेगा। उसको ही 2022 में भानु समर्थन करेगा। हम सरकार से विनती करते हैं कि किसानों की बात पर ध्यान दिया जाए और उनकी बात सुनी जाए। किसान खुद मरकर देश को जिंदा रखता है। सब्जी, फल, दूध और अनाज देश को खिलाते हैं और किसान सूखी रोटी खाता है। दूध को भी बेच कर अपना परिवार चलता है।

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