Noida News : नोएडा समेत पूरे दिल्ली-एनसीआर के सॉफ्टवेयर इंजीनियरों के लिए इस साल की सबसे बड़ी खबर है। दुनिया की जानी मानी सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft India) भारत का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट नोएडा लेकर आ गई है। कंपनी को नोएडा अथॉरिटी ने 60,000 वर्ग मीटर जमीन का आवंटन कर दिया है। उम्मीद है कि अगले 2 वर्षों में यह प्रोजेक्ट काम करना शुरू कर देगा। कंपनी की ओर से अथॉरिटी (Noida Authority) को बताया गया है कि इस प्रोजेक्ट के जरिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से करीब 10,000 नौकरी लोगों को मिलेंगी। इनमें कंप्यूटर साइंस, इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी, इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी सर्विसेज और मैनेजमेंट से जुड़े मौके पेशेवरों को मिलने वाले हैं।
माइक्रोसॉफ्ट इंडिया और नोएडा अथॉरिटी के बीच डील फाइनल
माइक्रोसॉफ्ट ने नोएडा में अब तक की सबसे बड़ी डील की है। यह डील माइक्रोसॉफ्ट इंडिया और नोएडा अथॉरिटी के बीच हुई है। इस डील के तहत माइक्रोसॉफ्ट ने नोएडा प्राधिकरण से शहर के सेक्टर-145 में 60 हजार वर्गमीटर क्षेत्रफल वाले 2 भूखंड खरीदे हैं। इस जमीन की कीमत करीब 103 करोड़ रुपये बताई जा रही है। माइक्रोसॉफ्ट की भारत में सबसे बड़ी परियोजना मूर्त रूप लेने वाली है। इससे न केवल नोएडा बल्कि एनसीआर क्षेत्र सॉफ्टवेयर हब के रूप में विकसित होगा। माइक्रोसॉफ्ट आईटी, आईटीएस और आईटी इनेबल सर्विसेज के लिए यहां काम करेगी।
माइक्रोसॉफ्ट यहां से ग्लोबल कंजूमर के लिए काम करेगी
माइक्रोसॉफ्ट यहां से न केवल भारतीय उपभोक्ताओं के लिए बल्कि ग्लोबल कंजूमर के लिए बड़ा सेटअप लगाने जा रही है। मिली जानकारी के मुताबिक नोएडा में इस निवेश की बात करीब 2 वर्षों से चल रही थी। कंपनी के अधिकारी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना और नोएडा की मुख्य कार्यपालक अधिकारी ऋतु महेश्वरी से कई दौर की मुलाकात कर चुके थे। नोएडा के सेक्टर 145 में भूखंड ए-1 और ए-2 की कुल 60,000 वर्ग मीटर की भूमि का आवंटन माइक्रोसॉफ्ट के नाम किया जा रहा है। यह जमीन 103.66 करोड़ रुपये में माइक्रोसॉफ्ट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर हुई है। इतना ही नहीं ए-4 भूखंड का इस्तेमाल आईटी और आईटीईएस के उपयोग के लिए होगा। इसके 11,683 वर्ग मीटर जमीन का सौदा 24.63 करोड़ में हुआ है। यह प्लॉट शिव शिक्षा समिति के नाम पर हुआ है, जिसका उपयोग सीनियर सेकेंडरी स्कूल के लिए होगा। मिली जानकारी के मुताबिक इस स्कूल का संचालन माइक्रोसॉफ्ट इंडिया अपनी सीएसआर पॉलिसी के तहत करेगी।
इन शर्तों के साथ माइक्रोसॉफ्ट को मिला जमीन का अलॉटमेंट
नोएडा अथॉरिटी की लैंड एलॉटमेंट पॉलिसी के अनुसार 40 फीसदी आवंटन धनराशि एक महीने के अंदर जमा करनी होगी। बाकी 60 फीसदी रकम 8 छमाही किस्तों में देनी होगी। 40 फीसदी रकम जमा करवाने के बाद लीज डीड की कार्यवाही नोएडा अथॉरिटी शुरू कर देगी।इस परियोजना को पूरा करने के लिए 5 साल का समय प्राधिकरण देगा। माइक्रोसॉफ्ट के इस प्रोजेक्ट से नोएडा और एनसीआर में निवेश और रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी। यह नोएडा छोटी की बड़ी उपलब्धि है। आने वाली 17 अप्रैल को नोएडा अथॉरिटी का स्थापना दिवस होगा। उस दिन इस परियोजना की आधिकारिक घोषणा की जाएगी। आपको बता दें कि सैमसंग इंडिया का दुनिया में सर्वाधिक मोबाइल उत्पादन करने वाला कारखाना भी नोएडा शहर में चल रहा है।
इससे 10,000 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेंगे
इस बारे में बताया जा रहा है कि कंपनी की यह देश की सबसे बड़ा प्रोजेक्ट होगा। इस प्रोजेक्ट की अन्य विशेषताओं की जानकारी भविष्य में देने की बात कही गई है। हालांकि, अभी बताया गया है कि इस परियोजना की बदौलत करीब 10,000 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेंगे। इस परियोजना के विकास पर माइक्रोसॉफ्ट करीब 5000 करोड रुपए खर्च करेगी। अगले 5 साल में प्रोजेक्ट शुरू करने की शर्त होगी, लेकिन माइक्रोसॉफ्ट इंडिया से मिली जानकारी के मुताबिक कंपनी अगले 2 वर्षों में यहां ऑपरेशन स्टार्ट करना चाहती है। यह फैसिलिटी ने केवल सर्विसेस देगी, बल्कि रिसर्च और डेवलपमेंट सेंटर के तौर पर भी काम करेगी।