बगावत : सतीश चंद्र मिश्रा के नोएडा में ब्राह्मण सम्मेलन से पहले बड़ा बवाल, कई और ब्राह्मण नेता छोड़ेंगे पार्टी

नोएडा | 3 साल पहले | Pankaj Parashar

Google Image | मायावती और सतीश चंद्र मिश्रा



 
बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा का नोएडा में ब्राह्मण सम्मेलन प्रस्तावित है। एक और बसपा इस ब्राह्मण सम्मेलन को सफल बनाने के लिए काम कर रही है तो दूसरी ओर पार्टी के पुराने ब्राह्मण नेता बगावत कर रहे हैं। पिछले 2 दिनों में तीन पुराने नेताओं ने पार्टी को अलविदा कह दिया है। इनमें बुधवार को नोएडा महानगर अध्यक्ष रवि शर्मा भी शामिल हैं। विश्वसनीय सूत्रों से जानकारी मिली है , कि आने वाले दिनों में गौतमबुद्ध नगर, नोएडा और गाजियाबाद के कई ब्राह्मण नेता पार्टी छोड़ेंगे। इनमें ब्राह्मण नेता भी शामिल हैं।

बहुजन समाज पार्टी आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों को रिझाने में जुटी है। इसके लिए प्रदेश भर में बसपा का ब्राह्मण चेहरा माने जाने वाले सतीश चंद्र मिश्रा सम्मेलन कर रहे हैं। 12 अगस्त को नोएडा में बसपा ने ब्राह्मण सम्मेलन करने का कार्यक्रम जारी किया है। इसके लिए गौतमबुद्ध नगर और नोएडा महानगर बसपा के पदाधिकारी जुटे हुए हैं। इसी बीच बसपा के ब्राह्मण नेताओं ने ही पार्टी को करारा झटका दिया है। नोएडा महानगर अध्यक्ष रवि शर्मा ने बुधवार को पार्टी की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है। 

रवि शर्मा का कहना है कि पार्टी ब्राह्मण सम्मेलन के नाम पर ढोंग कर रही है। ब्राह्मण नेताओं का ही शोषण किया जा रहा है। सतीश चंद्र मिश्रा और पार्टी के दूसरे नेता ब्राह्मण प्रेम के नाम पर धोखा कर रहे हैं। इससे पहले मंगलवार को संजीव त्यागी ने पार्टी छोड़ दी थी। संजीव त्यागी ने भी जिला और पश्चिम उत्तर प्रदेश बसपा के नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं। संजीव त्यागी का कहना है अभी कई और ब्राह्मण नेता पार्टी छोड़ने वाले हैं। बहुजन समाज पार्टी के मौजूदा नेता ब्राह्मणों के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं। अब विधानसभा चुनाव से पहले ब्राह्मणों की याद आई है। ब्राह्मण सम्मेलन के नाम पर हमारी बिरादरी के नेताओं का ही शोषण किया जा रहा है।

दूसरी ओर विश्वसनीय सूत्रों का कहना है कि गौतमबुद्ध नगर, नोएडा और गाजियाबाद के कई और ब्राह्मण नेता बसपा छोड़ने के लिए तैयार बैठे हैं। अगले एक या दो दिनों में इसकी घोषणा की जाएगी। यह भी संभव है कि सारे ब्राह्मण नेता मिलकर नोएडा या गाजियाबाद में कोई कार्यक्रम आयोजित करेंगे। कुल मिलाकर बसपा सुप्रीमो मायावती के गृह जनपद गौतमबुद्ध नगर में पार्टी की यह बगावत बड़े मायने रखती है। विपक्ष का कहना है कि बहुजन समाज पार्टी का भ्रष्टाचार और शोषण खुलकर सामने आने लगा है।  

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