BIG NEWS: नोएडा में फैल रहा घातक ब्लैक फंगस, अब तक 21 मरीज मिले, सीएमओ बोले- ‘मेडिसिन उपलब्ध है’

नोएडा | 3 साल पहले | Anika Gupta

Google Image | प्रतीकात्मक फोटो



देश अभी कोरोना महामारी की मार से उबर भी नहीं पाया था, कि ब्लैक फंगस ने जानलेवा कहर मचाना शुरू कर दिया है। पूरे देश में इस खतरनाक बीमारी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। गौतमबुद्ध नगर में भी ब्लैक फंगस के 21 मामले सामने आए हैं। सभी मरीजों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। लेकिन नए मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। गौतमबुद्ध नगर के सीएमओ डॉ दीपक ओहरी का कहना है कि जनपद में ब्लैक फंगस से निपटने के लिए सारी तैयारियां की गई हैं। इसलिए घबराने की कोई बात नहीं है। जनपद में अब तक इस बीमारी से किसी मरीज की जान नहीं गई है। हालांकि ब्लैक फंगस के लिए जरूरी इंजेक्शन और दवाई के लिए मरीजों को तकलीफ उठानी पड़ेगी। 

21 से ज्यादा मामले मिले
ब्लैक फंगस एक जानलेवा बीमारी है। यह बीमारी इतनी घातक है कि शरीर के जिस हिस्से को जकड़ लेती है, धीरे-धीरे उस भाग को गला देती है। शरीर का वह हिस्सा खराब हो जाता है। हालांकि अब तक मिले मामलों के आधार पर पाया गया है कि यह बीमारी ज्यादातर मरीजों के आखों के आसपास के हिस्से पर हमला कर रही है। नोएडा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ दीपक ओहरी ने बताया कि जिले में ब्लैक फंगस के नये मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। जनपद में अब तक 21 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। मगर उन्होंने कहा कि जनपद में अच्छे अस्पताल मौजूद हैं। इसलिए कुछ मरीज रेफर होकर भी यहां के अस्पतालों में इलाज कराने पहुंचे हैं। 

दो डॉक्टरों को सौंपी गई जिम्मेदारी
अब तक ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है, जिसमें मरीज की मौत केवल ब्लैक फंगस के कारण हुई हो। गौतमबुद्ध नगर मे अब ब्लैक फंगस की दवाई व इंजेक्शन के लिए तीमारदारों को ज्यादा चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। सीएमओ ने बताया कि यूपी सरकार ने मेरठ में दवाई व इंजेक्शन की व्यवस्था कर दी है। डिसा स्वास्थ्य विभाग ने दो डॉक्टरों की टीम नियुक्त की है। दो सीनियर डॉक्टर डॉ चंदन सोनी व डॉ मांगलिक को इसके वितरण की जिम्मेदारी दी गई है। दवा लेने के लिए मरीजों को हिस्टोपैथोलॉजी की रिपोर्ट, दवाई का प्रिस्क्रिप्शन व आधार कार्ड की कॉपी देना अनिवार्य होगा। 
मेरठ से सीधे मरीज तक पहुंचेगी दवा
उसके बाद ये डॉक्टर मरीजों की जानकारी मेरठ में अपर निदेशक को भेजेंगे। उसके बाद  वहां से दवाई सीधे मरीज तक अस्पताल में पहुंचा दी जाएगी। सीएमओ ने बताया अब ब्लैक फंगस की दवाई व इंजेक्शन आ रही है। हमारी कोशिश है कि ब्लैक फंगस से पीड़ित हर मरीज को बेहतर इलाज मिले। उसकी दवाइयां वक्त पर उसे मिल जाएंगे। इस प्रक्रिया को और सरल बनाने की कवायद चल रही है। दरअसल ब्लैक फंगस की दवा मंडल पर उपलब्ध कराने का फैसला योगी आदित्यनाथ सरकार ने लिया था। इसके पीछे वजह यह थी कि इससे इन दवाइयों की कालाबाजारी पर लगाम लगेगी।

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