Noida : ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लिए प्रस्तावित रूट पर नोएडा मेट्रो कॉर्पोरेशन ने एक बार फिर कवायद शुरू की है। कुछ दिन पहले ही एनएमआरसी के अधिकारियों की इस रूट को लेकर केंद्र सरकार के मंत्रालय के एक बैठक हुई है। केंद्रीय ने प्रोजेक्ट से जुड़े कई बिंदुओं क्या जानकारी मांगी है। यह जानकारी यूपी सरकार की तरफ से केंद्र को भी दी जाएगी। इस प्रोजेक्ट पर उत्तर प्रदेश सरकार, केंद्र सरकार, नोएडा अथॉरिटी और ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी मिलकर करीब 1,100 करोड रुपए खर्च करेंगे। डीपीआर की मंजूरी मिलने के बाद निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
मेट्रो प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य शुरू
नोएडा मेट्रो कॉरपोरेशन न्यू ग्रेटर नोएडा वेस्ट में मेट्रो के प्रोजेक्ट पर मुहर पहले ही लगा चुकी है। 6 जनवरी को प्रभावी हुए आदेश चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद इस परियोजना की गति को रोक दिया गया था। जानकारी के मुताबिक, बहुत जल्द ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य शुरू हो सकता है। आचार संहिता के वजह से करीब 4 महीने से नोएडा ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो लाइन के निर्माण कार्य की फाइल ठप पड़ी हुई थी। बता दें इस प्रोजेक्ट को जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड कंपनी सबसे कम लागत पर काम करने के लिए आगे आई है। यह कंपनी 592.99 करोड़ रुपए में कार्य पूरा करेगी।
5 बनाए जाएंगे एलिवेटेड स्टेशन
आपको बता दें कि पहले चरण में सेक्टर-51 से ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सेक्टर-2 तक मेट्रो जानी है। इस हिस्से में 5 एलिवेटेड स्टेशन बनाए जाएंगे। स्टेशनों में सेक्टर-122, 123, सेक्टर-4, सेक्टर-12 इकोटेक और सेक्टर-2 शामिल हैं। यह हिस्सा करीब साढ़े नौ किलोमीटर लम्बा होगा। इस हिस्से में काम के लिए 592.99 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। काम शुरू होने पर इस हिस्से में दो साल में काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
गौतमबुद्ध नगर में बनेगा देश का पहला 4 मंजिला मेट्रो स्टेशन
एक बड़ी बात हम आपको बताते है कि एक्वा लाइन मेट्रो के विस्तारीकरण के तहत नोएडा के सेक्टर-51 मेट्रो स्टेशन से ग्रेटर नोएडा एक्सटेंशन तक मेट्रो चलाई जाएगी। इनके बीच कुल 9 स्टेशनों का निर्माण होना है। इस बीच नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने तीन नए रूट पर मेट्रो के डिजाइन में बदलाव किया है। अफसरों के मुताबिक इस रूट पर 4 मंजिला मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे। यह उपलब्धि हासिल करने वाला गौतमबुद्ध नगर देश का पहला शहर होगा। अब तक देश के किसी भी मेट्रो रूट पर चार मंजिला स्टेशन नहीं है। पहले मेट्रो स्टेशन दो मंजिल बनने थे। लेकिन इसे चेंज कर एनएमआरसी ने दो मंजिल और बढ़ाने का फैसला किया।
योगी आदित्यनाथ ने शुरुआत में दी थी मंजूरी
आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो प्रोजेक्ट के पहले चरण में 9.15 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड ट्रैक बनाया जाएगा। इस पर 5 स्टेशन बनाए जाएंगे। प्रोजेक्ट पर उत्तर प्रदेश सरकार, केंद्र सरकार, नोएडा अथॉरिटी और ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी मिलकर करीब 1,100 करोड रुपए खर्च करेंगे। सिविल वर्क पर करीब 500 करोड रुपए खर्च किए जाएंगे। करीब एक दशक से ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रहने वाले लोगों को इस परियोजना पर काम शुरू होने का इंतजार था। जो अब पूरा होने जा रहा है। खास बात यह है कि योगी आदित्यनाथ सरकार ने शुरुआती वर्ष में ही इस परियोजना को मंजूरी दे दी थी।