नोएडा प्राधिकरण (Noida Development Authority) की सीईओ ऋतु महेश्वरी (CEO Ritu Maheshwari IAS) ने आज शहर के कई सेक्टर और पार्क का मुआयना किया। इस दौरान कई जगह गंदगी, अधूरे काम और लापरवाही मिली। एक्शन लेते हुए उन्होंने तीन कांट्रैक्टर पर 21 लाख का जुर्माना लगाया। तीन अन्य को नोटिस जारी किया गया है। इसके बाद इन कांटैक्टर को ब्लैक लिस्ट किया जाएगा। साथ ही उन्होंने मेंटेनेंस से जुड़े कार्यों में कमियां पाईं। इसके बाद संबंधित अफसरों को इन्हें ठीक कराने का आदेश दिया। जानकारी के मुताबिक मुख्य कार्यपालक अधिकारी ऋतु महेश्वरी आज नोएडा के सेक्टर-12, 62, 63, 50, 45, 46 और 93 ए के मेघदूतम और एक्सप्रेस व्यू पार्क का निरीक्षण करने पहुंची थी।
सेक्टर 12 में स्थित शिमला पार्क (विभागीय) की हालत बेहद खराब मिली। वहां सफाई और प्रूनिंग का काम पिछले काफी दिनों से नहीं किया गया था। मौके पर मात्र एक माली झाड़ू लगाते हुए मिला। जबकि सेक्टर-12 के सभी पार्कों की साफ-सफाई के लिए संख्यक विभाग ने 7 मालियों को जिम्मेदारी दी है।
बावजूद इसके काम में ढिलाई मिलने पर सीईओ ने सख्ती दिखाई। उन्होंने कहा कि संबंधित पर्यवेक्षणीय स्टॉफ के विरुद्ध कार्यवाही की जाए। साथ ही उन्होंने मौके पर मिली कमियों के लिए जिम्मेदार संविदा कर्मियों की सेवा समाप्त करने का आदेश दिया।
सेक्टर-62 में निरीक्षण के दौरान उन्होंने संविदाकर्मियों को पार्क के बीच में ट्रॉली से सामान उतारते हुए मिले। इस पर मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने असंतोष जताया। उन्होंने कॉन्टैक्टर को ब्लैक लिस्ट करने का आदेश दिया।
सेक्टर-63 में पार्क संख्या 91 ए के सामने उन्होंने मौका मुआयना किया। इस दौरान कोई भी श्रमिक काम करते हुए नहीं मिला। गेट पर कूड़ा बिखरा मिला। इस पर सख्ती दिखाते हुए सीईओ ने कांट्रेक्टर को ब्लैक लिस्ट करने का आदेश जारी किया।
सेक्टर 50 में स्थित मेघदूतम पार्क में 21 मजदूर काम करते हुए मिले। लेकिन जगह-जगह घास कटिंग का काम अधूरा पड़ा था। एक टॉयलेट पूरी तरह बंद था। जबकि दूसरे टॉयलेट के दरवाजे टूटे हुए मिले। रास्तों पर गंदगी भरी थी। मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने कांट्रेक्टर पर 5 लाख का जुर्माना लगाते हुए फटकार लगाई और कार्यों को बेहतर ढंग से करने का आदेश दिया।
सेक्टर 46 ए और बी ब्लॉक की ग्रीन बेल्ट के निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि सूखे हुए पौधों को बदला नहीं गया है। साथ ही पहले से छंटाई किए गए पेड़ के अपशिष्ट भी अब तक नहीं हटाए गए थे। तीन श्रमिक कार्य करते हुए मिले। इस पर सीईओ ने कांट्रेक्टर पर 6 लाख रुपये का जुर्माना लगाया। उन्होंने यथाशीघ्र ग्रीन बेल्ट को साफ कराने का आदेश दिया।
सेक्टर 93ए में एक्सप्रेस व्यू पार्क के निरीक्षण के दौरान उन्होंने गंदगी बिखरी देखी। इस पर एक्शन लेते हुए उन्होंने कांट्रेक्टर पर 10 का जुर्माना लगाया। दरअसल यहां मौके पर घास कटिंग और साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखा गया था। इस पर उन्होंने सख्ती बरती।
एक्सप्रेसवे हाईवे के बाईं ओर 4 किलोमीटर पर सेक्टर 93 बी, 105 और 108 के सामने स्थित ग्रीन बेल्ट में कोई मजदूर काम करते हुए नहीं मिला। इस पर सीईओ ने कांट्रेक्टर को ब्लैक लिस्ट करने का आदेश देते हुए अफसरों से कहा कि अधुरे कार्यों को तुरंत पूरा कराएं।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि सेंट्रल वर्ज की ग्रीन बेल्ट में कोई माली काम नहीं कर रहा था। उन्होंने कहा कि संख्या के मुताबिक श्रमिकों की उपस्थिति अनिवार्य की जाए। उन्होंने सभी अधूरे कामों को पूरा कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया। प्राधिकरण ने कहा है कि अगर कोई कांट्रेक्टर कार्यों को कराने में असफल रहता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।