Noida News : बुधवार नोएडा के जिला अस्पताल (Noida District Hospital) में आग की घटना के बाद सीएमएस ने बड़ा फैसला लिया है। इस मामले में सीएमएस ने रखरखाव की दो एजेंसियों को लापरवाही बरतने के मामले में नोटिस जारी किया है। वहीं, घटना की जांच के लिए एक कमेटी भी गठित की है। जिसकी रिपोर्ट के आधार पर कमेटी आगे की कार्रवाई करेगी।
कैसे हुआ हादसा
मुख्य दमकल अधिकारी प्रदीप कुमार चौबे ने बताया कि बुधवार सुबह 4 बजे के करीब दमकल विभाग को सूचना मिली कि जिला अस्पताल के बेसमेंट में रखे यूपीएस में आग लग गई है। आग की सूचना पर मौके पर दमकल विभाग की आठ गाड़ियां पहुंची। जिला अस्पताल के कर्मचारियों और फायर ब्रिगेड ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए आग पर काबू पा लिया। यूपीएस में आग लगने के चलते बैट्री से जहरीला धुआं निकला और पहली मंजिल तक पहुंच गया। डॉक्टर और अस्पताल के अन्य कर्मचारियों ने वहां भर्ती मरीजों को सकुशल बाहर निकाल लिया। जांच में पता चला है कि 25 दिन पहले यूपीएस की बैट्री बदली गई थी। इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई थी।
दोनों एजेंसियों को नोटिस जारी
आग लगने के बाद प्रथम तल पर स्थित आईसीयू समेत 50 मरीजों को शिफ्ट किया गया था। आग का धुआं प्रथम तल तक पहुंचने लगा था। राहत की बात यह रही थी कि आग को समय रहते अग्निशमन उपकरणों से बुझा लिया गया था। जिला अस्पताल की सीएमएस डॉ. रेनू अग्रवाल ने बताया कि बिजली से जुड़े कार्यों के रखरखाव के लिए दो एजेंसियां काम कर रही हैं। आग लगने से स्पष्ट है कि चूक हुई है। लिहाजा दोनों एजेंसियों को नोटिस जारी किया गया है।
सीएमओ कार्यालय की बिजली गुल
हैरान कर देने वाली बात ये है कि आग लगने के बाद से आठवीं मंजिल पर स्थिति सीएमओ कार्यालय की बिजली गुल है। गुरुवार को सीएमओ कार्यालय के ज्यादातर हिस्से में बिजली आपूर्ति बाधित रही। आपूर्ति बाधित होने के कारण कार्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों को गर्मी में ही काम करना पड़ा। सेंट्रली एसी होने के कारण कार्यालय चारों तरफ से बंद है। ऐसे में गर्मी के साथ ही उमस भी झेलनी पड़ी।