Noida : महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रामकुमार तंवर के नेतृत्व में राज्यपाल के नाम सेक्टर-19 स्थित सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय पर सिटी मजिस्ट्रेट धर्मेन्द्र को ज्ञापन सौंपा है। उसके बाद महानगर कांग्रेस कार्यालय पर पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया। जिसमें प्रदेश अध्यक्ष बृज लाल खाबरी के निर्देशानुसार उत्तर प्रदेश जमींदारी उन्मूलन और भूमि व्यवस्था अधिनियम,1950 की विभिन्न शर्तों को मौजूदा प्रदेश सरकार के द्वारा समाप्त किए जाने के विरोध में ज्ञापन सौंपा।
रामकुमार तंवर ने कहा-
रामकुमार तंवर ने कहा कि उत्तर प्रदेश जमींदारी उन्मूलन और भूमि व्यवस्था अधिनियम 1950 जो कि भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने गरीब और दलित लोगों की खेती की जमीन किसी गैर अनुसूचित जाति के व्यक्ति को बेचने के लिए जिलाधिकारी से मंजूरी लेनी अनिवार्य थीं। जो कि अभी तक बदस्तूर जारी है। जिसके तहत मंजूरी देते हुए जिलाधिकारी यह देखते हैं कि जमीन बेचने के बाद अनुसूचित वर्ग के व्यक्ति के पास 3.125 एकड़ से कम जमीन बचेगी या नहीं, यदि इस वर्ग के पास उतनी जमीन बच रही है तो जिलाधिकारी उसे जमीन बेचने की अनुमति देते हैं।
जमीन बेचने की शर्त
जिलाध्यक्ष ने बताया कि जमीन बेचने के लिए पहली शर्त यह थी कि वह अपनी जमीन बेचने वाले दलित का कोई वारिस न बचा हो। दूसरी, अनुसूचित जाति का व्यक्ति किसी दूसरे प्रदेश में या कहीं और बस गया है। तीसरी शर्त कि परिवार के किसी सदस्य को जानलेवा बीमारी से ग्रस्त होने पर विपदा की स्थिति में इलाज के लिए जमीन बेचना उसके लिए मुश्किल हो जाए। जैसा कि सर्वविदित है।
“जमीनों पर होगा कब्जा”
उन्होंने बताया कि यह अधिनियम इस लिए लाया गया कि कोई भी रसूखदार व्यक्ति अपने धनबल और बाहुबल से किसी भी कमजोर व्यक्ति की जमीन को जबरन हड़प न लें लेकिन मौजूदा सरकार इस अधिनियम की शर्तों को समाप्त करने जा रही है। जिससे बड़े व्यापारी और उद्योगपति दलितों की जमीन पर अपने बाहुबल और धनबल से कब्जा करने का प्रयास करेंगे। जिससे छोटे, मंझले और कमजोर किसानों पर इसका बहुत ही बुरा असर पड़ेगा। अतः इस वर्ग के लोगों की पीड़ा और कुंठा को देखते हुए कांग्रेस पार्टी इसका पुरजोर विरोध करती है। और आम जनमानस को सरकार के इस दलित विरोधी मानसिकता को उजागर करने का काम करेगी।
यह कार्यकर्ता रहे उपस्थित
प्रदेश सचिव मुकेश यादव, प्रदेश सचिव विनोद पांडेय, अल्पसांख्यक प्रदेश उपाध्यक्ष लियाक़त चौधरी, किसान कांग्रेस ज़िला अध्यक्ष गौतम अवाना, युवा ज़िलाध्यक्ष पुरुषोत्तम नागर, पीसीसी यतेन्द्र शर्मा, पीसीसी रिज़वान चौधरी, पीसीसी सोनू खारी, पीसीसी पवन शर्मा, पूर्व पीसीसी सतेन्द्र शर्मा, महानगर कांग्रेस की वरिष्ठ नेता डॉ.सीमा, एससी ज़िला अध्यक्ष आनन्द जाटव, एनएसयूई ज़िला अध्यक्ष राजकुमार मोनु, पूर्व आईसीसी सदस्य राजकुमार भारती, कोष अध्यक्ष रामकुमार शर्मा, महासचिव एसकेएस राणा, सचिव आरके प्रथम, सचिव कैप्ट हरलीन बाजवा, परमवीर लोहिया, अवनिष तंवर, यधीरज महेश्वरी, राजकुमार शर्मा, सगीर मलिक, राजकुमार धीमान, मुकुल शर्मा, तपन, मौ वाहिद, पं प्रहलाद कौशिक, ब्रह्मपाल चौधरी, विनोद शर्मा, इकबाल पसीना, प्रशांत, विक्रांत चौधरी सहित भारी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे।