Noida News : कोरोना महामारी से अभी देश पूरी तरह से उबर भी नहीं पाया था कि अब इसके नए सब वेरियंट जेएन.1 ने दस्तक दे दी। कोविड-19 के बढ़ते मामलों ने एक बार फिर से देश के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं। कोरोना के नए वेरियंट जेएन.1 के दो दर्जन से अधिक मामले सामने आ चुके हैं और धीरे-धीरे ये बढ़ते ही जा रहे हैं। इस केस का एक मामला दिल्ली से सटे नोएडा में भी मिला है। यह मरीज पिछले दिनों नेपाल से आया है। संक्रमित मरीज मिलने के बाद हड़कंप मच गया है। जिला स्वास्थ्य विभाग कोविड संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए लोगों की पहचान और उनकी जांच में जुटा है।
कोविड प्रोटोकाल का पालन
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, गुरुग्राम स्थित एमएनसी में काम करने वाला एक व्यक्ति कंपनी की निर्देश पर नेपाल गया था। करीब एक सप्ताह पूर्व नेपाल से लौटने पर कोविड जांच कराई थी। पहली रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इस कारण दूसरी बार 18 दिसंबर को नमूना दिया था। दूसरी रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। हालांकि उक्त व्यक्ति होम आइसोलेशन में है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से व्यक्ति से संपर्क कर होम आइसोलेशन की गाइडलाइन के साथ कोविड प्रोटोकाल का पालन करने की सलाह दी गई है। फिलहाल मरीज सेक्टर-36 रह रहा है।
कब सामने आया जेएन.1 का पहला मामला?
कोविड-19 का यह सब-वैरिएंट सबसे पहले लक्जमबर्ग में मिला था। यह ओमिक्रॉन सब-वैरिएंट से आया है। इसका सोर्स पिरोला वैरायटी BA.2.86 है। इसमें स्पाइक प्रोटीन आल्टरेशन हैं जो इसे अधिक संक्रामक और इम्यून सिस्टम को चकमा देने वाला बना देते हैं। जहां तक भारत का सवाल है तो जेएन.1 का पहला मामला 8 दिसंबर को सामने आया था। केरल में 79 साल की एक बुजुर्ग महिला इससे संक्रमित हुई थी।