कोरोना के मामले बढ़ते हुए नोएडा और ग्रेटर नोएडा में घरेलू सहायिकाओं की परेशानी बढ़ने लगी है। हालत यह हो गई है कि अगर किसी काम करने वाली को अगले बुखार, खासी या थोड़ी ही भी तबीयत खराब हो जाती है तो उनसे अगले दिन काम पर आने के लिए मना कर दिया जाता है।
शहर की हाईराइज सोसाइटियों में हालत लगातार खराब होती जा रही है। लगातार कोरोना के बढते मामलों को देखते हुए घरेलू सहायिकाओं को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हल्की सी तबीयत खराब होने पर घरेलू सहायिकाओं को काम पर आने के लिए मना कर दिया जा रहा है। जिसके कारण घरेलू सहायिकाओं की रोजी-रोटी आफत में आ गई है। ऐसे विपरीत समय में उनके पास कोई दूसरा रास्ता भी नहीं दिखाई दे रहा है।
नोएडा की एक सोसाइटी में काम करने वाली घरेलू सहायिका का कहना है कि जिस सोसाइटी में वो काम करती है। उस सोसाइटी में बाहर से आने वाले लोगों पर पाबंदी लगा दी गई है। अब कोई भी बाहर का व्यक्ति सोसाइटी में नहीं जा सकता है। ऐसे में अब पता नहीं जिस मकान में वो काम करती है, वो उनको महीने का वेतन देगा या नहीं। अगर ऐसे समय में सरकार ने लाॅकडाउन और लगा दिया तो उनको दो वक्त की रोटी भी नसीब नहीं पो पाऐगी।
सेक्टर-79 में पास रहने वाली एक अन्य घरेलू सहायिका का कहना है कि उनके घर में कोई और कमाने वाला नहीं है। उनके दो बच्चे है। पति काफी समय पहले दूनिया छोड़कर चले गए। तब से ही वो अपने परिवार का पालन पोषण खुद अकेले करती है। वह सोसाइटियों में बर्तन और झाडू पौंछा करती है। ऐसे समय में उनका काम छूट गया है। अब समझ नहीं आ रहा कि किस तरीके से वो अपने परिवार का पालन पोषण करेगी।