Noida (Amita Singh) : भीषण गर्मी और चिलचिलाती धूप से परेशान लोगों को मानसून का बेसब्री से इंतजार रहता है। बारिश की ठंडी बूंदों के साथ गर्मा गर्म चाय पकौड़े के बारे में सोच कर ही मन खुशी से झूम उठता है। लेकिन मानसून सुकून के साथ ही कई तरह की स्वास्थ्य परेशानियां भी लेकर आता है। अगर सावधानी न बरती जाए तो बीमार पड़ सकते हैं। खासकर बच्चों को ध्यान देने की जरूरत होती है। थोड़ी सी सावधानी के साथ आप अपने बच्चों को इस मौसम में मुस्कुराने दें और उनके साथ आप भी मौसम का आनंद लें। गर्मी की लम्बी छुट्टियों के बाद इसी मौसम में बच्चों के स्कूल भी खुले हैं।
बैक्टरजनित संक्रामक बीमारियों और वायरल इन्फेक्शन का खतरा बढ़ा
मानसून में बैक्टरजनित संक्रामक बीमारियों, वायरल इन्फेक्शन का खतरा बढ़ गया है। इसी बीच कोरोना के बढ़ते मामले भी चिंता का कारण बन रहे हैं। कोरोना की इस वेब में बच्चे ज्यादा बीमार हो रहे हैं। थोड़ी सी सावधानी और जागरूकता से आप मानसून का आनंद लेने के साथ ही बीमारियों से बच सकते हैं।
बाल रोग विशेषज्ञ डा.एसपी शर्मा का कहना है कि मानसून में बैक्टेरिया, वायरल इन्फेक्शन, बुखार व मलेरिया के मामलों के साथ ही त्वचा सम्बंधी बीमारियों में काफी इजाफा होता है। चूंकि बच्चों में इम्यून सिस्टम कमजोर होता है और आउटडोर खेलने की वजह से वे जल्द ही संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं, जिससे उनके बीमार होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में बच्चों को विशेष देखभाल की जरूरत होती है। बच्चों को फिजिकल एक्टिविटी के साथ सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में जागरूक करना अति आवश्यक है। इसके अलावा कुछ और बातों का ध्यान रखकर हम अपने बच्चों को मानसून में बीमार होने से बचा सकते हैं जिससे आपके बच्चों के लिए बारिश का मौसम खुशनुमा यादों में शुमार हो जाए।
मानसून में इन बीमारियों की चपेट में जल्द आते हैं बच्चे
मानसून में मच्छरों, बैक्टेरिया, मलेरिया, वायरल डेंगू, फंगल इन्फेक्शन, रोटा वायरस समेत कई तरह की संक्रामक बीमारियों के फैलने के लिए सबसे मुफीद समय होता है। बच्चों में इम्यून सिस्टम की कमजोरी उन्हें जल्द ऐसी बीमारियों की चपेट में लेती है। इसके अलावा बाहर खुले में बिकते खाने के सामान व जंक फूड, साफ सफाई का अभाव इन खतरों में इजाफा करता है।
संक्रामक बीमारियों से कैसे बचाएं बच्चों को
डा.एसपी शर्मा का कहना है कि इस मौसम में बीमारियों से बचाव के लिए बच्चों को ताजा पका खाना दें। साथ ही बाहर का खाना देने से बचें। बच्चों के खाने में हरी सब्जियां और फल शामिल करें। इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए बच्चों को पौष्टिक और संतुलित आहार दें। घर में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। बाहर से आने के बाद बच्चों को हाथ पैर धोने को उनकी आदत में शामिल करें। इस मौसम में अधिकांश बीमारियां गंदे पानी के प्रयोग से होती हैं। गंदा पानी पीने से डायरिया का इन्फेक्शन बढ़ जाता है। मानसून के दौरान तापमान में तेजी से उतार चढ़ाव होता है जिससे बच्चों के बीमार होने के चांसेस काफी बढ़ जाते हैं। बच्चों को इस मौसम में कॉटन के कपड़े पहनाएं। गीले कपड़ों को तुरंत बदलने के लिए कहें।
बारिश के मौसम में जगह-जगह पानी इकट्ठा होने से मच्छरों के पनपने का खतरा बना रहता है। मच्छरों के काटने से डेंगू और मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारियां होने होने की संभावना रहती है। इसके लिए जरूरी है कि घरों के आसपास पानी एकत्र ना होने दें। डा.एसपी शर्मा ने बताया कि डॉक्टरों की सलाह पर अपने बच्चों का टीकाकरण जरूर कराएं। अगर बच्चों को तेज बुखार या डायरिया की शिकायत है तो तत्काल डॉक्टर को दिखाएं।