शनिवार की देर शाम दिल्ली में किसानों ने रक्षा मंत्री और कृषि मंत्री की मुलाकात की। जिसके बाद चिल्ला बॉर्डर खोल दिया गया है। दोनों नेताओं से बात करके किसान चिल्ला बॉर्डर खोलने के लिए तैयार हो गए हैं। जानकारी मिली है कि किसानों और राजनाथ सिंह के बीच कुछ बिंदुओं पर सहमति बानी है। हालांकि, अभी इस बातचीत का आधिकारिक ब्यौरा उपलब्ध नहीं करवाया गया है। किसानों को सहमत करने और राजनाथ सिंह से मुलाकात करवाने में नोएडा पुलिस के सीनियर अफसरों की अहम भूमिका रही है।
आपको बता दें कि 12 दिन से भारतीय किसान यूनियन (भानु) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह के नेतृत्व में सैकड़ों किसान चिल्ला बॉर्डर पर धरना देकर बैठे हुए थे। जिसके चलते चिल्ला बॉर्डर सील था। नोएडा शहर के लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। अब शनिवार को ठाकुर भानु प्रताप सिंह को नोएडा पुलिस के शीर्ष अफसरों ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात करने के लिए तैयार किया। ठाकुर भानु प्रताप सिंह और उनके साथियों की रक्षा मंत्री और कृषि मंत्री से मुलाकात हुई। जिसके बाद देर रात चिल्ला बॉर्डर खोल दिया गया है। धरना भी खत्म कर दिया गया है।
ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने बताया कि केंद्रीय रक्षा मंत्री ने उनकी बात को सहानुभूति पूर्वक सुना तथा किसान आयोग बनाने की उनकी मांग को उन्होंने उचित बताया है। उन्होंने बताया कि रक्षा मंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया है कि कृषि मंत्री किसान आयोग बनाने की मांग को प्रधानमंत्री तक ले जाएंगे। उसके बाद कैबिनेट की बैठक के बाद इस पर निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि रक्षा मंत्री के आश्वासन के बाद हम लोगों ने चिल्ला बॉर्डर पर चल रहे धरने को समाप्त करने का निर्णय लिया है।
उन्होंने बताया कि चिल्ला बॉर्डर पर नोएडा से दिल्ली की तरफ जाने वाला मार्ग किसानों ने आंदोलन के समय अवरुद्ध किया था। उसे आज रात से खोल दिया गया है। ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने बताया कि धरना स्थल पर अखंड रामायण चल रही है। उसका कल समापन हो जाएगा। उसके बाद पूरे मार्ग को खोल दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने किसान आयोग बनाने की उनकी मांग को मान लेने के बाद भारतीय किसान यूनियन (भानू) ने अपना धरना समाप्त करने का निर्णय लिया है।
उन्होंने बताया कि हमारी मुख्य मांग ही किसान आयोग बनाने की थी। उन्होंने कहा कि चिल्ला बॉर्डर पर मार्ग अवरुद्ध करने से लोगों को परेशानी हो रही थी। केंद्रीय रक्षा मंत्री ने उनसे कहा कि लोगों की परेशानियों को देखते हुए मार्ग खोल दिया जाए। इसके बाद उन्होंने नोएडा से दिल्ली जाने वाले मार्ग को खोलने का निर्णय लिया है।