नोएडा के पास बसेगी फ्रांस की फाइटर जेट राफेल : भारत की वायु शक्ति को मिलेगी नई उड़ान, चीन-पाकिस्तान की बढ़ेगी चिंता

नोएडा | 5 घंटा पहले | Ashutosh Rai

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Noida News : फ्रांस की प्रसिद्ध लड़ाकू विमान निर्माता कंपनी डसॉल्ट एविएशन जल्द ही उत्तर प्रदेश के नोएडा में अपनी नई इकाई स्थापित करने जा रही है। यह कदम भारतीय वायु सेना के राफेल और मिराज 2000 लड़ाकू विमानों के रखरखाव को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।

छह महीनों में कार्य होगा शुरू
इस नई इकाई का नाम डसॉल्ट एविएशन मेंटेनेंस, रिपेयर एंड ओवरहाल इंडिया (DAMROI) रखा गया है। कंपनी के सूत्रों के अनुसार, यह इकाई अगले छह महीनों में अपना कार्य आरंभ कर सकती है। शुरुआत में यह धीमी गति से काम करेगी, लेकिन समय के साथ अपने कार्यक्षेत्र का विस्तार करेगी। वर्तमान में भारतीय वायु सेना के पास 36 राफेल और लगभग 50 मिराज 2000 जेट विमान हैं। ये विमान भारत की वायु सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। DAMROI की स्थापना से इन विमानों का रखरखाव और मरम्मत कार्य भारत में ही संभव हो सकेगा, जिससे समय और लागत दोनों में बचत होगी।

कंपनी के नए CEO पोसिना वेंकट राव होंगे
कंपनी के नए CEO पोसिना वेंकट राव होंगे, जो डसॉल्ट के अनुभवी अधिकारियों में से एक हैं। भारतीय वायु सेना के पास वर्तमान में 36 राफेल और लगभग 50 मिराज 2000 जेट्स की एक बेड़ा है। जो भारत की वायु शक्ति को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इन जुड़वां इंजन वाले डेक-बेस्ड फ्रांसीसी फाइटर्स के लिए डील का अनुमानित मूल्य लगभग ₹50,000 करोड़ है। यह पहल भारत की सुरक्षा रणनीति के तहत महत्वपूर्ण है, खासकर जब चीन और पाकिस्तान के साथ तनाव बढ़ रहा है।

INS विक्रांत के लिए 26 राफेल मरीन विमानों की डील
इसके अलावा, भारत और फ्रांस के बीच INS विक्रांत के लिए 26 राफेल मरीन विमानों की डील को लेकर बातचीत चल रही है। INS विक्रांत वर्तमान में अपने डेक से MiG-29K फाइटर्स का संचालन कर रहा है। यह डील फाइनल होती है तो भारत की समुद्री शक्ति को बढ़ाने में मदद मिलेगी। 

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