BIG BREAKING : फरीदाबाद की युवती का ग्रेटर नोएडा वेस्ट में गैंग रेप, न्याय के लिए खा रही दर-दर की ठोकरें, नोएडा कमिश्नर ऑफिस के बाहर किया प्रोटेस्ट

नोएडा | 3 साल पहले | Rakesh Tyagi

Tricity Today | कमिश्नर ऑफिस के बाहर पीड़िता



Noida News : फरीदाबाद में रहने वाली एक युवती का नोएडा में गैंगरेप हुआ। युवती पिछले कई महीनों से न्याय की गुहार लगा रही है, लेकिन नोएडा पुलिस द्वारा अभी तक पीड़िता को इंसाफ नहीं मिला है। युवती का पति पिछले साल एक मामले में जेल चला गया था। पति को जमानत दिलवाने के नाम पर 4 लोगों ने मिलकर महिला के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया। अब पीड़िता इंसाफ मांगने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रही है। सोमवार को युवती ने अपने हाथ में पोस्टर लेकर अकेले कमिश्नर ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया है। जिसमें बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा हुआ है कि "मैं गैंगरेप पीड़िता हूं। मुझे न्याय दो, STOP RAPE दोषियों को गिरफ्तार करो।"

18 मार्च को पति हो गया था लापता
पीड़िता ने बताया कि वह अपने पति और बेटे के साथ फरीदाबाद में रहती हैं। पीड़िता ने जानकारी देते हुए कहा, " मेरे पति 17 मार्च 2021 को अचानक लापता हो गए थे। मेरे पास 18 मार्च को सूरजपुर कोर्ट ग्रेटर नोएडा में मुंशी का काम करने वाले विकास यादव का फोन आया। विकास यादव ने मुझसे कहा कि तुम्हारे पति जेल में बंद हैं। अगर जमानत करवानी है तो उसको कोर्ट में आना होगा।" पीड़िता ने बताया कि अपने पति के जेल जाने की बात सुनकर परेशान हो गई और वह सूरजपुर कोर्ट चली गई।

वकीलों ने फोन करके कोर्ट बुलाया
युवती ने बताया कि, "मैं 18 मार्च 2021 को सूरजपुर कोर्ट पहुंची। वहां पर मुंशी विकास यादव से मुलाकात हुई। विकास यादव ने मुझे महेश यादव से मिलवाया। इन्होंने मुझसे मेरे पति की जमानत दिलवाने के नाम पर 2400 रुपए भी लिए थे। उसके बाद मैं अगले दिन अपने पति से मिलने कासना में स्थित लुकसर जेल गई थी। उस दौरान भी विकास मुंशी का मेरे पास फोन आया और उसने मुझसे कहा कि वह कुछ पैसे और दे दें।"

"गाड़ी में बैठकर ग्रेटर नोएडा वेस्ट ले गए"
पीड़िता ने बताया कि, "मैं 19 मार्च 2021 को दोबारा से 2000 रुपए विकास मुंशी को देखकर आई। उसके बाद 6 मई को मेरे पास फिर फोन आया और विकास ने मुझको बुलाया।" पीड़िता ने बताया कि जब वह उससे मिलने गई तो उसने कहा कि तुम्हारे पति की जमानत का इंतजाम हो गया है। इसके लिए 3000 रुपए और देने होंगे। युवती ने बताया कि, "मैंने विकास मुंशी को 3000 रुपए दे दिए। विकास और महेश यादव मुझकर गाड़ी में बैठकर ले जाने लगे तो मैंने पूछा कि हम कहा जा रहे है। इस पर विकाश मुंशी ने जवाब दिया कि तुम्हारे पति की जमानत के लिए एक व्यक्ति जमानती का इंतजाम करवाएगा। उससे मिलने जा रहे हैं।" 

4 लोगों ने किया गैंग रेप
युवती ने बताया कि, "विकास यादव और महेश यादव मुझको गाड़ी में बैठाकर ग्रेटर नोएडा वेस्ट में स्थित एक खाली पड़े मकान में ले गए। वहां पर विकास यादव, महेश यादव और देवेंद्र यादव समेत 4 लोगों ने मेरे साथ गैंग रेप किया। गैंग रेप करने के बाद मुझे वापस गाड़ी में बैठा कर चार मूर्ति गोल चक्कर पर छोड़ दिया। महेश यादव ने मुझे धमकी देते हुए कहा कि अगर मैंने यह बात किसी को बताई तो वह उसके पति की जमानत नहीं होने देंगे। मैं देर रात करीब 12:00 बजे अपने घर पहुंची।"

पुलिस अफसरों से नहीं मिली कोई मदद
पीड़िता ने बताया कि उसके पति अब बाहर आ गए हैं और वह न्याय के लिए दर-दर की ठोकरें खा रही हैं। बीते दिसंबर को नोएडा में यह मुकदमा दर्ज किया गया। उसके बावजूद भी अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। युवती ने बताया कि वह काफी बार नोएडा के पुलिस अधिकारियों से मिल चुकी है। युवती ने बताया कि उन्होंने महिला सुरक्षा डीसीपी वृंदा शुक्ला से भी मुलाकात की, लेकिन नोएडा पुलिस इस मामले में ना तो आरोपियों को गिरफ्तार कर रही है और ना ही कोई कार्यवाही कर रही है।

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