Noida|Greater Noida : नोएडा और ग्रेटर नोएडा में रह रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है। गंगाजल प्रोजेक्ट की सौगात लोगों को दे दी गई है। करीब 26 सेक्टरों में रहने वाले लोगों को गंगा जल की सप्लाई दी जाएगी। इस प्रोजेक्ट का मकसद हर घर गंगाजल का फायदा पहुंचाना है। फिलहाल लोग 1200 टीडीएस लेवल का भूजल इस्तेमाल कर रहे थे। यह पानी सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो रहा था। अब गंगाजल सप्लाई का टीडीएस 300 से 400 तक है। अथॉरिटी के अधिकारियों का कहना है कि पानी का प्रेशर भी बढ़ गया है। घर की छत पर रखी टंकियों तक पानी पहुंचने लगा है। अब लोगों की पानी की समस्या हल होगी।
इन सेक्टरों में गंगाजल की सप्लाई शुरू
ग्रेटर नोएडा में लंबे इंतजार के बाद पीने के पानी की किल्लत दूर हुई है। अथॉरिटी का मकसद है कि परियोजना के पूरे क्षेत्र को कवर करने के बाद पानी में गंगाजल की मात्रा बढ़ाई जाएगी। अभी आवासीय सेक्टर अल्फा-1, 2, बीटा-1, 2, गामा-1, 2, ईटा-1, डेल्टा-1, 2, 3, ईटा-2, नॉलेज पार्क-3, 2, ओमेगा-1, 2, सेक्टर पी-3 में पाई-1, सेक्टर पी-4 में पाई-2, चाई-1, 2, सेक्टर पी-7 व सेक्टर पी-8 समेत व इंस्टिट्यूशनल समेत 24 सेक्टरों में सप्लाई शुरू हुई है। इन सेक्टरों में करीब 6 लाख लोग रहते है। अथॉरिटी के अधिकारियों का दावा है शेष सेक्टरों को गंगा जल आपूर्ति से जोड़ने के लिए पानी की पाइपलाइन बिछाने की योजना पर काम चल रहा है। अन्य सेक्टरों में जल्द गंगाजल की सप्लाई मिलनी शुरू हो जाएगी।
304 करोड़ रुपए खर्च
जल निगम के अधिकारी ने बताया कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने 2005 में हापुड़ से गंगाजल ग्रेटर नोएडा लाने का प्रपोजल तैयार किया था। नए प्लांट तक गंगाजल लाने के लिए जल निगम ने 15 सौ एमएम व्यास की 20 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन बिछाई है। इसके साथ ही एनएच-9 के पास सात किलोमीटर पाइपलाइन भी बिछाई गई है। नोएडा की कॉलोनियों में गंगाजल आपूर्तिकी जिम्मेदारी ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी की होगी। जबकि सिद्धार्थ विहार में यह काम आवास विकास परिषद द्वारा किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट का निर्माण उत्तर प्रदेश जल निगम कलवार रही है। परियोजना पर 304 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे है। इसमें 228 करोड़ रुपए प्राधिकरण खर्च कर रहा है। अभी गंगाजल परियोजना पूर्ण रूप से ग्रेटर नोएडा के घरों तक नहीं पहुंची है।