Noida News : स्वच्छ सर्वेक्षण के अंतर्गत देश के सभी शहरों के बेस्ट मॉडल को लेकर चेन्नई में दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस और वर्कशॉप का आयोजन किया गया है। इसमें हिस्सा लेने के लिए नोएडा अथॉरिटी (Noida Authority) के जन स्वास्थ्य विभाग के सीनियर मैनेजर गौरव बंसल को भेजा गया है। बृहस्पतिवार को वर्कशाप में सुबह दस बजे से दोपहर एक बजे तक नोएडा के पब्लिक शौचालय (Public Toilet) पर तैयार पीपीटी के माध्यम से होने वाले प्रस्तुतीकरण से कार्यक्रम की शुरूआत हुई। प्राधिकरण ने इसी मॉडल के जरिये स्वच्छता सर्वेक्षण में ओडीएफ प्लस का खिताब अपने नाम किया है। नोएडा में करीब 300 शौचालय का निर्माण कराया गया है।
अथॉरिटी के लिए बड़ी उपलब्धि
चेन्नई में वर्कशॉप के दौरान नोएडा प्राधिकरण क शौचालय का मॉडल प्रस्तुतीकरण तैयार कर देश भर के नगर निगम और प्राधिकरण प्रतिनिधियों के समक्ष रखा गया, जिससे वह इस मॉडल को अपनाने की दिशा में बढ़े। देश में स्वच्छता को बल मिल सकें। खास बात यह है कि शौचालय में प्राधिकरण का एक रुपया भी खर्च नहीं हुआ और न ही इस्तेमाल करने वालों से एक रुपया लिया जा रहा है। शौचालय बनाने वाली एजेंसी एडवरटाइजमेंट के पैसों से मेंटेनेंस का खर्चा निकलती है। इस तरह बगैर किसी खर्च के शहर के पब्लिक टॉयलेट चल रहे है। सरकार को नोएडा अथॉरिटी का टॉयलेट प्लान रास आया है। आने वालों दिनों में नोएडा प्राधिकरण का यह मॉडल पूरे देश में रोल मॉडल बनकर उभरेगा, जो अथॉरिटी के लिए बड़ी उपलब्धि है। टॉयलेट पब्लिक के लिए फ्री
गौरतलब है पिछले साल नोएडा अर्थॉरिटी को पूरे देश मे टॉइलट मॉडल में सस्टेनबल प्रॉजेक्ट के तौर पर चुना गया था। नोएडा में दूसरे शहरों की तुलना से पब्लिक टॉयलेट की संख्या अधिक है। यह सभी टॉयलेट पब्लिक के लिए फ्री है। पब्लिक टॉयलेट में महिलाओं के लिए खास इंतजाम किए गए हैं। बता दें, शौचालय मॉडल का विस्तार पूरे देश में होना चाहिए। यह भारत सरकार का आवासन एवं शहरी विकास मंत्रालय चाहता है। इसलिए स्वच्छ भारत मिशन की संयुक्त सचिव एवं मिशन निदेशक रूपा मिश्रा ने नोएडा प्राधिकरण से आग्रह किया था कि वह शहर में बिछाए गए शौचालय देश के समक्ष रखें।