Tricity Today | भारतीय खाद्य निगम के सैकड़ों कर्मचारियों ने प्रदर्शन
Noida News : भारतीय खाद्य निगम के सैकड़ों कर्मचारियों ने उत्तर भारत के आंचलिक कार्यालय (नोएडा) के बाहर प्रदर्शन किया। इस दौरान कर्मचारियों ने निगम के उत्तर भारत के कार्यकारी निदेशक खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की है। कर्मचारियों का प्रदर्शन ट्रांसफर के खिलाफ और अन्य मांगों को लेकर है।
तानाशाही के खिलाफ किया आंदोलन
प्रदर्शन कर रहे भारतीय खाद्य निगम कर्मचारी संघ के जोनल सेक्रेटरी जितेंद्र कुमार जानकारी देते हुए बताया कि यह आंदोलन मुख्य रूप से निगम के उत्तर भारत कार्यकारी निदेशक के खिलाफ है। कार्यकारी निदेशक द्वारा आए दिन ट्रांसफर पॉलिसी को दरकिनार कर बेवजह कर्मचारियों का ट्रांसफर कर प्रताड़ित किया जा रहा है। सैकड़ों कर्मचारियों का एक राज्य से दूसरे राज्य ट्रांसफर कर दिया गया है। कार्यकारी निदेशक के आदेश के द्वारा महिला कर्मचारियों को भी भारी संख्या में ट्रांसफर किया गया है, यहां तक की स्पाउस ग्राउंड, मेडिकल ग्राउंड को भी कंसीडर नहीं किया गया है जो प्रबंधन के तानाशाही रवैया को दर्शाता है।
अफसरों पर प्रताड़ित करने का आरोप
इसके साथ ही खाद निगम कर्मचारी संघ के जनरल सेक्रेटरी जितेंद्र कुमार ने आगे बताया कि निगम के कर्मचारियों ने कोरोना काल के दौरान अपनी जान की चिंता किए बिना PMGKY के तहत देश के करोड़ों गरीब परिवारों तक अनाज मुहैया कराया था, इस दौरान निगम के कई कर्मचारियों और अधिकारियों ने अपनी जान गवा दी, जबकि प्रबंधन ने कोरोना काल में दिवंगत हुए कर्मचारियों के आश्रितों को अनुकंपा आधार पर नियुक्ति में वरीयता देने की बात कही थी, अब नीगम अपने वादे से मुकर गई है, निगम कर्मचारियों के अच्छे काम के बदले उन्हें एसएल/टीएल की रिकवरी और ट्रांसफर आर्डर के नाम पर प्रताड़ित कर रहा है।
बता दें कि खाद्य निगम के कर्मचारियों का प्रदर्शन केवल ट्रांसफर को लेकर नहीं था खाद्य निगम के कर्मचारियों कुछ मांगे है जो निगम के कार्यकारी निदेशक (उत्तर) से मांग कर रहे हैं, कर्मचारियों के मुख्य मांगे हैं कि ट्रांसफर आर्डर को तत्काल निरस्त किया जाए, नॉर्थ जोन में नया कार्यकारी निदेशक उत्तर को पूर्ण प्रभार के साथ नियुक्त किया जाए। एसएल/टीएल रिकवरी बंद किया जाए और अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति में कोरोना काल में अपनी जान गवा चुके कर्मचारियों के परिजनों को वरीयता दिया जाए।
कर्मचारी संघ का कहना है कि अगर हमारी मांगे नहीं मानी गई तो हम एफसीआई (भारतीय खाद्य निगम) के मुख्यालय के बाहर दिल्ली में भी प्रदर्शन करेंगे, और ये आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक कर्मचारी संघ की बात नही मानी जायेगी, कर्मचारी संघ ने आंदोलन में work as per rule भी शामिल करने की बात कही है , बड़ी बात ये है कि अगर आंदोलन बड़ा होता है तो भविष्य में देश में खाद्यान्न संकट को नकारा नही जा सकता है, अब देखनी वाली बात होगी कि खाद्य निगम कर्मचारी संघ की बात मानता है या नहीं।