Noida : एक्वा लाइन के सेक्टर-142 मेट्रो स्टेशन से ब्लू और मजेंटा लाइन के इंटरचेंज स्टेशन बॉटनिकल गार्डन को जोड़ने के लिए नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने रूट फाइनल कर दिया है। एनएमआरसी ने एक्सप्रेस-वे के किनारे से होते हुए गुजरने वाले मेट्रो रूट का चयन किया है। कुछ औपचारिकताएं बाकी बची हैं इसके बाद इस रूट पर नए सिरे से डीपीआर बनाने का काम दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन शुरू कर देगा। आम लोगों के साथ भी मेट्रो कॉरपोरेशन ने बैठक की। आखिर में एक्सप्रेस-वे किनारे के रूट का चयन किया।
डीपीआर में स्टेशन की संख्या
प्रस्तावित मेट्रो लाइन के इस रूट की लंबाई तकरीबन 11.5 किलोमीटर होगी। इसमें पहले तैयार हुई डीपीआर में 11 स्टेशन बनाए जाने थे। ये सेक्टर-142, 136, 91, 93, 98, 127, 97, 126, 125, 94 और बॉटेनिकल गार्डन थे। लेकिन अबकी बार तैयार होने वाली डीपीआर में स्टेशन की संख्या घटाई जा सकती है। इसको लेकर इन स्टेशन की संख्या कम करवाई जा सकती है। स्टेशन संख्या 5 से 7 के बीच होने का अनुमान है। स्टेशन की संख्या और लोकेशन अब एनएमआरसी फाइनल कर डीएमआरसी को सौंपेगा। डीएमआरसी से ही इस रूट की डीपीआर तैयार करवाई जा रही है।
रूट को लेकर मंथन
पहले इस रूट की डीपीआर जो डीएमआरसी ने तैयार की थी वह एक्सप्रेस-वे के किनारे से होते हुए थी। फिर जुलाई में एनएमआरसी ने यह मंथन शुरू किया कि क्यों न मेट्रो रूट नोएडा में बस चुके सेक्टरों के बीच से निकाला जाए। इसके बाद बॉटनिकल गार्डन से सेक्टर-44, 45, 46, 47 होते हुए पंचशील इंटर कॉलेज, बॉयोडॉयवर्सिटी पार्क और पुलिस कमिश्नर ऑफिस के नजदीक से होते हुए 142 मेट्रो स्टेशन का रूट तैयार कर उस पर मंथन शुरू किया था। लेकिन माना जा रहा है कि आम नागरिकों के फीडबैक और अन्य तथ्य जो सामने आए उन पर इस रूट की उपयोगिता सही नहीं मिली। इस रूट पर दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन की टीम ने जमीनी सर्वे भी किया था। इसके साथ ही एक्सप्रेस-वे किनोर के सेक्टरों को भी मेट्रो रूट से कनेक्टिविटी अहम हिस्सा रही है।
कनेक्टिविटी में होगा फायदा
बोटैनिकल गार्डन से सेक्टर-142 स्टेशन जुड़ने के बाद ग्रेटर नोएडा या नोएडा ही नहीं बल्कि, दिल्ली के निवासियों को भी बेहद फायदा होगा। यहां की कनेक्टिविटी और भी ज्यादा तेज होगी। यहां पर नई मेट्रो लाइन का इंटरचेंज स्टेशन बनेगा। फिलहाल लोगों को ग्रेटर नोएडा से बोटैनिकल गार्डन आने के लिए विभिन्न परेशानियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन इस लाइन के बनने के बाद ग्रेटर नोएडा और नोएडा आवागमन के बीच कोई भी दिक्कत नहीं होगी। इस रूट पर सामान्य मेट्रो चलाई जाएंगी।