Tricity Today | Mini live event in Noida with Lucknow
Lucnow|Noida : आज से उत्तर प्रदेश में यूपी इन्वेस्टर्स समिट 2023 का शुभारंभ हो गया है। इसका शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लखनऊ में किया है। समिट का सबसे ज्यादा फायदा जिला गौतम बुद्ध नगर को होने वाला है। इसके मद्देनजर ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट के साथ नोएडा के इंदिरा गांधी कला केंद्र में निवेश कुंभ समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें लखनऊ में चल रहे कार्यक्रम को लाइव किया गया। कार्यक्रम में निवेशकों के साथ जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह, दादरी विधायक तेजपाल नागर के अलावा जिला अधिकारी सुहास एलवाई, पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह के अलावा प्राधिकरण अधिकारी मौजूद रहे।
9 लाख करोड़ का प्रस्ताव : डीएम
जिला अधिकारी सुहास एलवाई ने कहा कि गौतमबुद्ध नगर से 9 लाख करोड़ के प्रस्ताव आए। अब तक 7 लाख 39 हजार 815 करोड़ के एमओयू साइन हुए। जिले में नोएडा एयरपोर्ट, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में भारी निवेश आने वाला है। इस निवेश से एक लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा। विदेश के उद्यमियों का हम स्वागत करते हैं। प्रशासन उद्यमियों को हर तरीके की सुविधाएं देगा। आपको बता दें, यूपी में लगभग 30 लाख करोड़ रुपए के निवेश का प्रस्ताव पास हुआ है। जिसमें प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर करीब 95 लाख से भी अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा।
जेवर बनेगा आर्थिक राजधानी : विधायक
जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में गौतमबुद्धनगर पहला ऐसा जिला है, जहां से सबसे ज्यादा निवेश हुआ है। केंद्र की मोदी सरकार और प्रदेश की योगी सरकार ने निवेशकों को अपनी ओर आकर्षित किया है। जेवर क्षेत्र आने वाले सालों में उत्तर प्रदेश की आर्थिक राजधानी के रूप में जाना जाएगा। नोएडा एयरपोर्ट के आने से जिले में और अधिक निवेश आया है। जेवर में मेडिकल डिवाइस पार्क और फिल्म सिटी के बन जाने के बाद यहां पर रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। सरकार ने लॉ एंड ऑर्डर को दुरुस्त कर निवेशकों का भरोसा जीता है।
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में निवेशकों की रुचि
सरकार की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक निवेशक सबसे ज्यादा मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में निवेश करने के इच्छुक हैं। कुल निवेश प्रस्तावों में 56% प्रतिशत पैसा इसी सेक्टर के खाते में जा नजर आ रहा है। दरअसल, राज्य सरकार ने मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को ध्यान में रखकर नीतियों में बदलाव किया है। इस सेक्टर को प्रोत्साहन देने के लिए योगी सरकार ने बड़ी घोषणाएं की हैं। अब निवेशकों के बंपर रुझान ने सरकार फैसलों पर कामयाबी की मुहर लगा दी है। राज्य सरकार इन निवेशकों को कैपिटल सब्सिडी के साथ स्टांप ड्यूटी में छूट समेत कई रियायतें दे रही है।
करीब 10 हजार छोटे निवेशकों ने महाकुंभ में लिया हिस्सा
यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में रिलायंस मुकेश मुकेश अंबानी, टाटा संन्स चंद्रशेखरन और बिड़ला ग्रुप के कुमार मंगलम और महिंद्रा ग्रुप के आनंद के अलावा कुछ छोटी हस्तियां भी शामिल हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक करीब 10 हजार छोटे निवेशकों ने इस महाकुंभ में हिस्सा लिया है, जो लाखों-करोड़ रुपए का निवेश कर रहे हैं। इसमें केवल निवेश ही नहीं बल्कि लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा।
वेस्ट यूपी का रहेगा दबदबा
अगर प्रस्तावित निवेश का विश्लेषण उत्तर प्रदेश में क्षेत्रवार किया जाए तो एकबार फिर से वेस्ट यूपी निवेशकों की पहली पसंद है। वेस्ट यूपी के गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, मेरठ और आगरा पूरे प्रदेश में सबसे ऊपर हैं। राज्य सरकार से मिली जानकारी के मुताबिक कुल निवेश प्रस्तावों और एमओयू का 45% हिस्सा वेस्ट यूपी के खाते में गया है। वेस्ट यूपी का दिल्ली से जुड़ाव है और यहां बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर है। पूर्वांचल भी निवेशकों को लुभा रहा है। इस क्षेत्र को औद्योगिक नीति के तहत कई रियायतें मिली हैं। अब तक हासिल निवेश प्रस्तावों का 29% हिस्सा पूर्वांचल को मिलता दिख रहा है। वहीं, मध्यांचल और बुंदेलखंड को अब तक 13-13 प्रतिशत निवेश के प्रस्ताव मिले हैं।
यूपी में क्षेत्रवार निवेश प्रस्तावों की स्थिति
क्षेत्र निवेश का प्रतिशत
पश्चिमांचल 45%
पूर्वांचल 29%
मध्यांचल 13%
बुंदेलखंड 13%