देश की प्रसिद्ध अदाणी ग्रुप और अमेरिकन कंपनी एजकॉनेक्स के साथ मिलकर नोएडा में एक बड़ा डाटा सेंटर स्थापित करेगी। इसके लिए शहर के फेस-2 इलाके के सेक्टर-80 में 9 एकड़ जमीन आवंटित किया जाएगा। मंगलवार को ही अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी ने शेयर बाजार को इस बारे में सूचना दी थी। उसके एक दिन बाद बुधवार को उनके इस अहम प्रोजेक्ट के लिए भूमि आवंटन की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
बताते चलें कि अमेरिकन कंपनी एजकॉनेक्स की आनुषंगिक इकाई एजकॉनेक्स यूरोप और अदानी ग्रुप की डीसी डेवलपमेंट, चेन्नई के बीच मंगलवार को अहम करार हुआ था। इसके तहत दोनों कंपनियां मिलकर देश के 4 शहरों नोएडा, नवी मुंबई, चेन्नई और विशाखापत्तन में डाटा सेंटर स्थापित करेंगी। कई केंद्रों पर निर्माण कार्य शुरू हो गया है। भूमि आवंटन के बाद नोएडा में भी बनाने का कार्य तुरंत आरम्भ हो जाएगा।
एजकॉनेक्स ग्रुप के सीईओ रैंडी ब्रूकमैन ने इस करार पर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि, ‘हम भारत की डिजिटल इकोनॉमी में निवेश करना चाहते हैं। हमारा मकसद यहां के लोगों को विश्वस्तरीय सुविधाएं मुहैया कराना है। इसके लिए हमें एक भरोसेमंद पार्टनर की जरूरत थी। अडाणी ग्रुप के रूप में हमें वह मिल गया है।”
19 आवेदन मिले थे
नोएडा अथॉरिटी के औद्योगिक विकास विभाग के अधिकारी अविनाश त्रिपाठी ने इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जमीन आवंटन के लिए अदाणी ग्रुप समेत कुल 19 एप्लीकेशन मिले थे। इसमें कई बड़ी कंपनियों ने बड़े प्लॉट के लिए भी आवेदन दिया है। इन सभी ने यूपी गवर्नमेंट के मौजूदा इंडस्ट्रियल स्कीम के तहत जमीन आवंटन के लिए आवेदन दिया है। नई योजना के तहत उद्योगपति एक एकड़ के प्लॉट में भी बिजनेस शुरू कर सकते हैं।
सेक्टर-80 में बनेगा सेंटर
उन्होंने कहा कि अदाणी ग्रुप के डाटा सेंटर के लिए सेक्टर-80 में जमीन आवंटित की जाएगी। इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। कागजी कार्रवाई होने के बाद इसका आवंटन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सेक्टर-80 के अलावा प्राधिकरण सेक्टर-145, 151 और सेक्टर-158 में भी भूमि आवंटन शुरू करेगा। इन सेक्टरों में भी प्राधिकरण के पास कमर्शियल भूमि है।
अधिकारी ने बताया कि डेटा सेंटर में कितना निवेश किया जाएगा, इस बारे में आवंटन प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही जानकारी मिलेगी। हालांकि गौतमबुद्ध नगर में साइबर अपराध की भारी संख्या को देखते हुए नोएडा-ग्रेटर नोएडा रीजन में साइबर सिक्योरिटी डेवलपर और डाटा साइंटिस्ट की बेहद जरूरत है। बताते चलें कि अदाणी ग्रुप से पहले भी हीरानंदानी ग्रुप करीब 20 एकड़ में और जापान की NTT ने 6 एकड़ में डाटा सेंटर बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।