नोएडा प्राधिकरण की तैयारी : सिटी बस टर्मिनल पर खुलेगा बैंक्वेट हॉल, रेस्तरां और बैंक, दो साल से खाली पड़ी इमारत

नोएडा | 2 महीना पहले | Nitin Parashar

Google Photo | सिटी बस टर्मिनल



Noida News : नोएडा प्राधिकरण ने एक बड़ा कदम उठाते हुए सेक्टर-82 स्थित सिटी बस टर्मिनल की इमारत को व्यावसायिक उपयोग के लिए किराए पर देने की योजना बनाई है।  लगभग दो वर्षों से निष्क्रिय पड़ी इस विशाल इमारत को अब नए सिरे से जीवंत किया जाएगा। प्राधिकरण की योजना है कि इस भवन में बैंक्वेट हॉल, रेस्तरां, बैंक और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान स्थापित किए जाएं। इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए, अगले 7 से 10 दिनों के भीतर रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरएफपी) जारी किया जाएगा।


किराये पर दिया जाएगा फ्लोर 
नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि अब इसको अलग-अलग हिस्सों में बांटकर किराये पर दिया जाएगा। सिटी बस टर्मिनल 30 हजार 643 वर्ग मीटर एरिया में बना हुआ है, जिसमें से 13 हजार 532 वर्ग मीटर एरिया बिल्टअप है यानि इतने हिस्से में निर्माण हो रखा है। भूतल और द्वितीय तल को व्यावसायिक संपत्ति के लिए किराये पर दिया जाएगा। इन तल पर बैंक्वेट हॉल, रेस्तरां और बैंक आदि खोले जाएंगे। दफ्तर स्पेस के लिए कुछ आईटी कंपनियों से भी संपर्क किया जा रहा है।

अलग-अलग मंजिल पर ये सुविधाएं 
सिटी बस टर्मिनल इमारत दो हिस्सों में बंटी है। एक हिस्से में बेसमेंट के अलावा तीन तल हैं, जबकि दूसरे हिस्से में तीसरे से आठ तल तक का हिस्सा है। बेसमेंट में 522 कारों की पार्किंग है। भूतल पर बस संचालन का एरिया है, जिसमें 40 बसों की पार्किंग के अलावा 100 कारें और टैक्सी खड़ी करने की सुविधा है। इनके अलावा स्वागत कक्ष, बुकिंग सेंटर, ऑफिस, प्रतीक्षालय, कोरिडोर और फूड कोर्ट के लिए स्थान आरक्षित हैं। प्रथम तल पर दुकान, ऑफिस, फूड कोर्ट और लाइब्रेरी है। द्वितीय तल पर यात्री निवास, साइबर कैफे, फूड कोर्ट, काउंटर और प्रतीक्षालय है।

157 करोड़ की लागत 
सिटी बस टर्मिनल का काम जनवरी 2015 में शुरू हुआ था। इसकी पहली डेडलाइन जुलाई 2016 थी, लेकिन जमीन विवाद और मामला न्यायालय में चले जाने के कारण काम रुक गया। इसके बाद इसका काम सितंबर 2022 में जाकर पूरा हुआ। ये 157 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार हुई। इसी महीने हुई बोर्ड बैठक में करीब नौ करोड़ और अतिरिक्त लागत को मंजूरी दी गई।

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