BIG NEWS : नोएडा-दिल्ली के चिल्ला बॉर्डर से सामान समेट रहे किसान, दो महीने बाद पूरी तरह खुलेगा रास्ता, आंदोलन से हटा यह संगठन

नोएडा | 4 साल पहले | Harish Rai

Tricity Today | नोएडा-दिल्ली के चिल्ला बॉर्डर से सामान समेट रहे किसान



नोएडा-दिल्ली को जोड़ने वाले चिल्ला बॉर्डर पर करीब 2 महीने बाद बुधवार की रात से दोनों तरफ से आवागमन शुरू हो जाएगा। किसानों के प्रदर्शन की वजह से चिल्ला बॉर्डर पर एक तरफ का रास्ता पिछले दो महीने से बंद था। आवागमन के लिए सिर्फ एक तरफ का रास्ता खुला था। दूसरी तरफ के रास्ते पर किसान प्रदर्शन कर रहे थे। पर बुधवार को चिल्ला बॉर्डर पर धरने पर बैठे भारतीय किसान यूनियन (भानु) के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने बड़ी घोषणा करते हुए प्रदर्शन को खत्म करने का ऐलान कर दिया। इसके बाद वहां धरने पर बैठे किसान वापस अपने घरों को लौटने लगे। जिला प्रशासन और पुलिस ने बॉर्डर पर लगाए गए बैरिकेडिंग हटाना शुरू कर दिया। मौके पर कई क्रेन बुलाई गई हैं और बड़े पत्थरों तथा बैरिकेडिंग को हटाने का काम शुरू कर दिया गया है।



पुलिस के एक अधिकारी ने जानकारी दी कि बुधवार की देर रात तक चिल्ला बॉर्डर से सारा सामान हटा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि तकरीबन 2 महीने बाद नोएडा-दिल्ली के लिए दोनों तरफ के रास्ते का इस्तेमाल शुरू हो जाएगा। बताते चलें कि प्रदर्शनकारी किसान गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली में ट्रैक्टर परेड का आयोजन करने वाले थे। किसानों ने दिल्ली पुलिस से अनुमति ली थी। पर, कुछ उन्मादी और अराजक तत्वों ने प्रदर्शन हिंसक बना दिया। भारतीय किसान यूनियन (भानू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष को इससे गहरा दुख पहुंचा। इससे दुखी होकर उन्होंने चिल्ला बॉर्डर पर चल रहे प्रदर्शन को बुधवार को खत्म करने की घोषणा की।

प्रेस वार्ता के दौरान भारतीय किसान यूनियन भानु संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि भले ही वह केंद्र सरकार और नरेंद्र मोदी की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन दे रहे हैं। लेकिन वह देशहित के खिलाफ बिल्कुल नहीं सोच सकते, मंगलवार को कुछ प्रदर्शनकारियों ने किसान आंदोलन के नाम पर लाल किले पर तिरंगे से दूसरा झंडा  फहराया है। जो काफी शर्म की बात है। भानु प्रताप सिंह ने कहा कि नोएडा चिल्ला बॉर्डर पर पिछले करीब 2 महीनों से किसानों का धरना प्रदर्शन चलता रहा है। इस प्रदर्शन के दौरान हजारों किसान मौजूद रहे। लेकिन कभी भी देश विरोधी नीति नहीं अपनाई है। 

किसान नेता ने आगे कहा,“नोएडा पुलिस गवाह है कि हमने किसी भी व्यक्ति को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है। मंगलवार को गणतंत्र दिवस पर जो हुआ है, वह बेहद अफसोसजनक है। भानु प्रताप सिंह ने कहा कि "मैं कल की घटना से इतना दुखी हूं और इतना शर्मसार हूं कि नोएडा चिल्ला बॉर्डर पर इस समय, काल और परिस्थितियों के अनुसार मैं आज घोषणा करता हूं कि मैं अपनी भारतीय किसान यूनियन भानु के संगठन का यहां धरना चल रहा था 58 दिनों से उनको खत्म करता हूं।" उन्होंने कहा कि भारतीय किसान यूनियन के सारे कार्यकर्ता ईमानदार हैं। भारत के सभी किसानों को भारतीय किसान यूनियन भानु पर विश्वास करना चाहिए।

अन्य खबरें