नोएडाः स्वास्थ्य विभाग ने 13 मार्च से फोकस्ड टेस्टिंग के लिए कसी कमर, इन राज्यों से आने वाले सभी लोगों का होगा परीक्षण

नोएडा | 4 साल पहले | Anika Gupta

Google Image | महामारी से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने खास रणनीति बनाई है



गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद जिला प्रशासन ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए फिर फोकस टेस्टिंग की तैयारी पूरी कर ली है। इस बार अभियान 13-27 मार्च तक चलाया जाएगा। इसके लिए कुछ खास प्वॉइंट्स और इलाकों को चिन्हित किया गया है। दोनों जनपदों की कंस्ट्रक्शन साइट्स, लेबर चौक, फ्रूट और वेजिटेबल वेंडर्स, मिठाइयों और होली के रंग बेचने वाली दुकानों पर पर मुहिम के तहत सैंपल्स की जांच की जाएगी। 

एसीएस ने खास रणनीति बनाने का दिया आदेश
मंगलवार को एसीएस अमित मोहन प्रसाद और गौतमबुद्ध नगर प्रशासनिक अधिकारियों के बीच एक ऑनलाइन मीटिंग हुई। मीटिंग में एसीएस ने जिला स्वास्थ्य विभाग को खास निर्देश जारी किया। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमित 10 फीसदी नमूनों (रेंडम चुने हुए) की जीनोम टेस्टिंग के लिए इन्हें कॉउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च-इंस्टीट्यूट ऑफ जिनोमिक्स एंड इंटरेटिव बॉयोलाजी (CSIR-IGIB) भेजा जाए।  

योजनाबद्ध ढंग से हो रही है टेस्टिंग
गौतमबुद्ध नगर के सैंपलिंग के नोडल ऑफिसर डॉ संजीव मांगलिक ने इस बारे में बात की। उन्होंने बताया कि फिलहाल स्वास्थ्य विभाग की टीमें महाराष्ट्र और केरल से आने वाले लोगों की जांच कर रही हैं। कमांड कंट्रोल रूम के जरिए हम इन राज्यों से आने वाले लोगों के प्राथमिक संपर्क के सैंपल्स की भी जांच कर रहे हैं। खासकर होली के त्योहार को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीमें पूरी तरह मुस्तैद हैं। किसी तरह की ढिलाई नहीं हो रही है। 

रोजाना 2200 सैंपल्स का हो रहा परीक्षण
हम चाहते हैं कि लोग अच्छी तरह त्योहार मनाएं। डॉ मांगलिक ने आगे कहा, नोएडा में प्रतिदिन औसतन 2200 सैंपल्स का परीक्षण किया जा रहा है। योजना के तहत 50 फीसदी सैंपल्स की एंटीजन और 40 प्रतिशत की आरटी-पीसीआर जांच की जाएगी। योजनाबद्ध तरीके से ग्रामीण-शहरी बाजारों, झुग्गियों, जेल और वृद्धाश्रमों में अभियान चलाया जाएगा और परीक्षण किया जाएगा।

गाजियाबाद में भी मुस्तैद है स्वास्थ्य विभाग
गाजियाबाद में, ज्यादा भीड़भाड़ वाले इलाकों में (होटल, रेस्तरां और अन्य ऑफिस कर्मचारी) अभियान के तहत फोकस टेस्टिंग किया जाएगा। जिला मलेरिया अधिकारी जीके मिश्रा ने बताया कि इसी महीने 4 मार्च को मुरादनगर के केआईईटी कॉलेज में फोकस टेस्टिंग अभियान चलाया गया था। हालांकि कोई संक्रमित नहीं मिला था। 

भीड़भाड़ वाले इलाकों पर ध्यान
इसी क्रम में इंदिरापुरम स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल में भी दो दिवसीय परीक्षण अभियान चलाया गया था। इसमें लगभग 550 शिक्षकों और कर्मचारियों की जांच की गई। मगर सबका रिजल्ट निगेटिव रहा। गाजियाबाद के सीएमओ डॉ एनके गुप्ता ने बताया कि जिले के सभी कंटेनमेंट जोन में भी सैंपल्स का परीक्षण किया गया है।

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