Noida Twin Towers Demolition : आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए नोएडा के अस्पताल तैयार, बने स्पेशल वार्ड

नोएडा | 2 साल पहले | Mayank Tawer

Tricity Today | Noida Twin Tower



Noida : आज नोएडा के लिए ऐतिहासिक दिन है। सिर्फ नोएडा ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए आज एक ऐतिहासिक दिन माना जा रहा है। आज देश में पहली बार सबसे ऊंची इमारत को ध्वस्त किया जाएगा। नोएडा के सेक्टर-93ए में स्थित सुपरटेक ट्विन टावर रविवार 28 अगस्त 2022 की दोपहर 2:30 बजे जमींदोज होगी। ट्विन टावर गिराने के दौरान किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए नोएडा के अस्पतालों में विशेष वार्ड बनाए गए हैं। सेक्टर-30 के जिला अस्पताल की इमरजेंसी में 5 बिस्तर और सर्जिकल वार्ड में 15 बिस्तरों का वार्ड बनाया गया है। कोविड अस्पताल में 28 बिस्तर आरक्षित किए गए हैं।

इन अस्पतालों में विशेष वार्ड बनाए गए
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ.पवन कुमार ने बताया कि 28 अगस्त को अस्पताल में सर्जन, हड्डी रोग विशेषज्ञ, नेत्र रोग विशेषज्ञ, फिजीशियन और अन्य विशेषज्ञ डॉक्टरों की आपदा ड्यूटी लगाई गई है। सर्जिकल, मेडिसिन, इमरजेंसी, जनरल ओटी, पैथोलॉजी और रेडियोलॉजी विभाग दोपहर 12:00 बजे से रात 8:00 बजे तक खुलेंगे। सभी चिकित्साधिकारी और स्टाफ को फोन करते ही उपस्थित रहने के निर्देश हैं। वहीं, सेक्टर-128 स्थित जेपी अस्पताल, सेक्टर-110 में यथार्थ अस्पताल और फेलिक्स अस्पताल में बिस्तर आरक्षित किए गए हैं।

करीब 1300 ट्रक मलबा निकलेगा 
सुपरटेक ट्विन्स टावर ध्वस्तीकरण के बाद 35,000 क्यूबिक मीटर मलबा निकलने का अनुमान है। एपेक्स टावर में 32 और सियान टावर में 29 फ्लोर हैं। अफसरों का कहना है कि दोनों टावर्स के गिरने के बाद 1200 से 1300 ट्रक मलबा साइट से बाहर निकाला जाएगा। 

दोनों टावर बनाने में आया करीब 300 करोड़ का खर्च
सुपरटेक ने एमराल्ड कोर्ट में एपेक्स और सियान टावर को बनाने में करीब 300 करोड़ रुपए खर्च आया है, लेकिन इसके लिए गलत जगह का चयन कर लिया। निवासियों की आपत्तियों के बावजूद पैसे के बल पर लगातार इन टावरों की ऊंचाई बढ़ती रही और इन्हें बनाने में करोड़ों रुपए के खनिज और लाखों घंटों की मेहनत की गई। अब इन टावरों को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ध्वस्त किया जा रहा है। जिस कारण इसमें प्रयोग किया गया खनिज और लोगों की मेहनत सब बेकार होने वाली है।

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