नोएडा मेट्रो से जुड़ी खबर : समय पर नहीं होगा स्काईवॉक का पूरा काम, फिर बढ़ाई जाएगी डेडलाइन!

नोएडा | 2 महीना पहले | Nitin Parashar

Google Photo | स्काईवॉक



Noida News : नोएडा प्राधिकरण ने ब्लू लाइन (Blue Line Metro) के सेक्टर-52 और एक्वा लाइन (Aqua Line Metro) के सेक्टर-51 मेट्रो स्टेशन के बीच स्काईवॉक प्रॉजेक्ट (Noida Skywalk Project) का निर्माण स्लो हो गया है। इस निर्माण को शुरू हुए करीब एक साल से अधिक हो चुके है। शुरुआती डेडलाइन के तहत यह स्काईवॉक दिसंबर 2023 तक बनकर तैयार हो जाना चाहिए था। लेकिन इसका निर्माण अब तक पूरा नहीं हो पाया है। ऐसे में यहां से गुजरने वाले यात्रियों के जहन में यह सवाल आ रहा है कि स्काईवॉक बनकर कब पूर होगा?

डेढ़ महीने का लगेगा समय : अफसर 
नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि मानसून के दौरान लगातार हो रही बारिश के कारण पाइलिंग नहीं हो पा रही है। इसके साथ ही कई सुविधाओं की लाइन भी बीच में आ गई है। ऐसे में प्रोजेक्ट की गति में थोड़ी रुकावट आई है। स्काईवॉक को पूरा होने में करीब डेढ़ महीने का समय लगेगा। इसकी आखिरी डेडलाइन सितंबर है। वर्तमान में स्काईवॉक का 90 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। यह स्काईवॉक एयरकंडीशनर होगा। इस पूरे स्काईवॉक में छह जगह ट्रैवलेटर लगाए जाएंगे। ऐसे में बहुत कम दूरी के लिए लोगों को पैदल चलना पड़ेगा। बाकी खड़े-खड़े ट्रैवलेटर के जरिए गंतव्य तक पहुंच जाएंगे।

करीब 25 करोड़ रुपये की लागत
इस प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि मेट्रो की तरफ से जो पैदल पथ बनाया गया है, उसी के ऊपर एयर कंडीशनर स्काईवॉक बनाया जा रहा है। स्काईवॉक बनाने में करीब 25 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसमें सिविल के काम में करीब 11 करोड़ रुपये और विद्युत यांत्रिक के काम में 14 करोड़ रुपये की लागत अनुमानित है। इस स्काईवॉक की लंबाई करीब 480 मीटर होगी। इस पर लगने वाले ट्रैवलेटर की स्पीड 5 मीटर प्रति सेकंड होगी। यह स्काईवॉक पूरी तरह वाटरप्रूफ होगा। यह स्काईवॉक अब तक नोएडा में बने सभी एफओबी की तुलना में अत्याधुनिक सुविधाओं वाला होगा।इसके बन जाने के बाद यात्रियों की संख्या में और अधिक इजाफा होगा। साथ ही ब्लू लाइन के सेक्टर-52 स्टेशन और एक्वा लाइन के सेक्टर-51 मेट्रो स्टेशन में आने-जाने में कोई दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा।

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