विधायक पंकज सिंह ने योगी के सामने रखी नोएडा की समस्याएं : बोले- फ्लैट बायर्स और किसानों को मिले उनका हक

नोएडा | 11 महीना पहले | Nitin Parashar

Tricity Today | Symbolic



Noida News : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) शुक्रवार को ग्रेटर नोएडा दौरे पर आए हुए थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने तीनों प्राधिकरण, जिले के विधायक और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की। सीएम को नोएडा विधायक पंकज सिंह (MLA Pankaj Singh) ने स्थानीय निवासी, आरडब्ल्यूए, किसान और फ्लैट  बायर्स की समस्याओं के बारे में जानकारी दी। योगी ने अधिकारियों को सभी समस्याओं को जल्द से जल्द निपटाने का आदेश दिया। इसके साथ ही अधिकारियों से कहा कि इन सभी समस्याओं को धरातल तक जाकर समाधान करना है। ऐसा न हो कि सिर्फ कागजी कार्रवाई करके ही खत्म की जाए। अगर ऐसा हुआ और कोई जांच ने गलत पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा।

स्थाई समाधान कराने की जरूरत : पंकज सिंह
विधायक पंकज सिंह ने मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक में शहर का मुद्दा उठाया है। उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा कि सेक्टर, ग्रुप हाउसिंग और गांवों में पेयजल की गुणवत्ता काफी खराब है। पानी में टीडीएस की मात्रा को नियंत्रित करने के लिए स्थाई समाधान किया जाए। जिससे लोगों को बोतलबंद पानी पर निर्भर न रहना पड़े। फ्लैट बायर्स की समस्या का भी स्थाई समाधान कराने की जरूरत है। जिससे खून-पसीने की कमाई लगाकर यहां फ्लैट खरीदने वाले लोगों को दर-दर भटकना न पड़े। फ्लैट बायर्स को उनका हक मिल सके। शहरीकरण की आड़ में डूब क्षेत्र के साथ गांवों के आसपास बढ़ रही अवैध कालोनियों पर शिकंजा कसने की मांग की। उन्होंने सालों से चली आ रही किसानों की मांगों को भी प्रमुखता से उठाया है। मुख्यमंत्री ने सभी समस्याओं को सुनकर अधिकारियों को तत्काल निस्तारण करने का आदेश दिए हैं।

योगी ने इन मुद्दों पर काम करने का आदेश दिया
  1. फाइलों में अटकने और भटकने की ज़रूरत नहीं है : योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से कहा कि फाइलों के मकड़जाल से बाहर निकलने की ज़रूरत है। अधिकारी विकास योजनाओं के बारे में ख़ुद अध्ययन करें और अपने दिमाग़ का इस्तेमाल करके योजनाओं को आगे बढ़ाए। सामान्य रूप से देखा जा रहा है कि विजिबिलिटी रिपोर्ट, डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट, फाइनेंसियल रिपोर्ट, बेड डॉक्यूमेंट टेंडर और तमाम दूसरी प्रक्रियाओं में विकास योजनाएं उलझ कर रह जा रही है। किसी प्रोजेक्ट को पूरा करने में साल दो साल लगते हैं, प्रोजेक्ट पर काम शुरू करने से पहले ही लंबा समय इन औपचारिकताओं को पूरा करने में निकल रहा है। मुख्यमंत्री ने ख़ास तौर से गौतमबुद्ध नगर के तीनों विकास प्राधिकरणों को यह व्यवस्था बदलने की हिदायत दी है।
  2. बिल्डर-बायर विवाद तेज़ी से सुलझाया जाए : गौतमबुद्ध नगर की सबसे पुरानी समस्या बिल्डरों और फ़्लैट खरीदारों के विवाद है। इस पर भी मुख्यमंत्री ने नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी से मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी मांगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीनों प्राधिकरणों को आदेश दिया है कि बिल्डरों और खरीदारों के विवादों को तेज़ी से सुलझाया जाए। क़ानूनी प्रक्रियाओं में मसलों को उलझाने की आवश्यकता नहीं है। उन रास्तों पर काम किया जाए, जिससे समस्याएं सुलझ सके। खरीददार परेशान है और लगातार सरकार से संपर्क कर रहे हैं। सरकार समस्याओं को सुलझाने के लिए लगातार प्राधिकरणों को आदेश दे रही है, लेकिन समाधान नहीं निकल पा रहा है। इससे आम आदमी में नाराज़गी बढ़ती है।
  3. अब अतिक्रमण और भूमाफ़िया को ख़त्म करें : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से कहा कि अतिक्रमण और भूमाफ़िया, विकास योजनाओं की राह का सबसे बड़ा रोड़ा है। जिन क्षेत्रों में नई विकास योजनाओं की घोषणा होती है, वहां काम शुरू होने से पहले ही बड़े पैमाने पर अवैध अतिक्रमण कर लिया जाता है। भूमाफ़िया क़िस्म के लोग विकास योजनाओं की राह में रोड़ा बनकर खड़े हो जाते हैं। शुरुआती दौर में बोहोत सारी वज़हों के चलते हैं। ज़िम्मेदार अफ़सर अवैध अतिक्रमण पर ध्यान नहीं देते हैं। जिसकी वजह से बाद में नुक़सान उठाना पड़ता है। विकास योजना लटक जाती है और बड़ी संख्या में मुक़दमे शुरू हो जाते हैं। मुख्यमंत्री ने अवैध अतिक्रमण पर कड़ाई से नियंत्रण करने का आदेश सभी विकास प्राधिकरणों, पुलिस और प्रशासन को दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भूमाफ़िया के ख़िलाफ़ किसी भी तरह की ढिलाई नहीं बरती जाए। भूमाफ़िया पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।

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