गौतमबुद्ध नगर पंचायत चुनाव: नई आरक्षण सूची ने बिगाड़ दिए सारे समीकरण, दावा ठोक रहे नेता परेशान, कुछ की निकल गई लॉटरी

नोएडा | 4 साल पहले | Anika Gupta

Tricity Today | नई आरक्षण सूची से बदले समीकरण



गौतमबुद्ध नगर में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर हलचल तेज है। कई दावेदार पुरानी आरक्षण लिस्ट के हिसाब से खुद को विजेता मान बैठे थे। अब तक धुंआधार प्रचार-प्रसार और कैंपेनिंग में लाखों खर्च कर चुके हैं। लेकिन इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के बाद जारी नई आरक्षण सूची ने उनके सपनों पर पानी फेर दिया है। ग्राम प्रधान पदों का आरक्षण बदलने से कई की उम्मीदें टूट गई हैं। सामान्य सीटों को अनुसूचित जाति व पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित कर दिया गया है। इससे जनरल वर्ग में उनकी दावेदारी खत्म हो गई। यही हाल कई क्षेत्र पंचायत सदस्य के उम्मीदवारो का भी है। कई प्रत्याशी तो पहली लिस्ट के हिसाब से तैयारी कर रहे थे। इन्होंने अब तक लाखों रुपये खर्च कर दिए थे, लेकिन नई आरक्षण सूची ने पूरा खेल खराब कर दिया।

नई रिजर्वेशन लिस्ट से टूटे सपने
गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने रविवार को दूसरी आरक्षण सूची जारी की। इसमें ज्यादातर दावेदारों का गुणा-गणित बदल गया है। पहले से तैयारी कर रहे कई उम्मीदवार अब बैकफुट पर आ गए हैं। अब उनके सामने कोई विकल्प नहीं बचा है। ऐसे दावेदार अब अपने चहेतों को चुनाव लड़वाने की जुगत में लग गए हैं। जेवर ब्लॉक के मोहबलीपुर गांव के प्रधान का पद महिला के लिए आरक्षित किया गया है। पहले यह अनारक्षित था। 

मॉडलपुर को अनुसूचित जाति महिला से बदलकर महिला,  मंगरौली को पिछड़ा वर्ग महिला से बदलकर अनुसूचित जाति महिला, जेवर खादर को अनुसूचित जाति से बदलकर अनारक्षित, रामपुर बांगर को सामान्य से बदलकर अनुसूचित जाति महिला व कानीगढ़ी को महिला से बदलकर अनारक्षित कर दिया गया है। सिरसा सीट पहले सामान्य थी, जिसे अब पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित किया गया है। झुप्पा को महिला सीट से बदलकर अनुसूचित जाति कर दिया गया है।

सीटों के आरक्षण में हुआ व्यापक बदलाव
बिसरख ब्लॉक में गिरधरपुर सुनारसी का आरक्षण बदल गया। पहली सूची में यहां ग्राम प्रधान का पद अनुसूचित के लिए आरक्षित था। लेकिन इस बार यह सीट पिछड़ा वर्ग के खाते में आ गई है। दुरियाई में पिछड़ा वर्ग की सीट थी। यह अब पिछड़ा वर्ग महिला के लिए आरक्षित हो गई है। कचैड़ा वारसाबाद में पुरानी लिस्ट में प्रधान पद महिला के लिए आरक्षित था, लेकिन इस बार अनारक्षित हो गया है। बादलपुर की सीट पिछड़ा वर्ग महिला के लिए तय है। जबिक, पिछली बार यह पद अनुसूचित जाति के लिए था।

रसूलपुर डासना की सीट महिला के लिए आरक्षित हो गई है। पहले यह सीट अनारक्षित थी। पाटड़ी सीट महिला के लिए थी। जो अब अनुसूचित जाति के लिए है। सलारपुर कलां पहले पिछड़ा वर्ग के लिए थी। इस बार यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हो गई है। बंबावड सीट पहले सामान्य थी। अनारक्षित हो गई है। महावड़ सीट अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित थी। इस बार इसको पिछड़ा वर्ग में रखा गया है। रानौली लतीफपुर पहले महिला सीट थी। अब इसे बदलकर अनारक्षित किया गया है।

दादरी ब्लॉक में भी बदला समीकरण 
दादरी ब्लॉक के गावों में नई आरक्षण सूची के हिसाब से समीकरण बदल गए हैं। यहां पहली सूची में उपरालसी सीट सामान्य थी, जिसे अब महिला कर दिया गया है। गुलावठी खुर्द पहले सामान्य थी, जिसे अब महिला किया गया है। सामान्य सीट जारचा को अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित किया गया है। कलौंदा सीट को पिछड़ा वर्ग महिला से बदलकर अनारक्षित किया गया है। छायसा सीट को महिला से बदलकर अनारक्षित किया गया है। 

बढ़पुरा सीट पहले अनुसूचित जाति महिला के लिए थी, जिसे अब महिला कर दिया गया है। लुहारली पहले पिछड़ा वर्ग के लिए थी, जिसे अब पिछड़ा वर्ग महिला कर दिया गया है। कोट को अनुसूचित जाति से बदलकर पिछड़ा वर्ग महिला कर दिया गया। नंगला चमरू को पिछड़ा वर्ग से बदलकर पिछड़ा वर्ग महिला कर दिया गया। बील अकबरपुर पहले पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित था, जिसे अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित कर दिया गया। दतावली को महिला सीट से बदलकर पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित कर दिया गया। 

बैंरगपुर को महिला से बदलकर बैरंगपुर अनारक्षित, नूरपुर को अनुसूचित जाति से बदलकर अनारक्षित, कठेहरा को अनुसूचित जाति से बदलकर अनारक्षित कर दिया गया है। हालांकि लोग इन प्रस्तावित आरक्षण पर अगल तीन में आपत्तियां दर्ज करा सकते हैं। आपत्तियों का निस्तारण करने के बाद 27 मार्च को अंतिम आरक्षण सूची जारी कर दी जाएगी। जानकारों का मानना है कि इसमें संशोधन की उम्मीद बेहद कम है। इसलिए इस लिस्ट को फाइनल के तौर पर देखा जा रहा है।

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