नोएडा वालों को योगी आदित्यनाथ देंगे नया तोहफा : पुराने जिला अस्पताल की होगी मरम्मत, अप्रैल महीने से शुरू होंगी इमरजेंसी समेत ये हाईटेक सुविधाएं

नोएडा | 2 महीना पहले | Mayank Tawer

Tricity Today | नोएडा का पुराना जिला अस्पताल



Noida News : गौतमबुद्ध नगर के सेक्टर-30 में स्थित पुराने जिला अस्पताल की दोबारा से मरम्मत होगी। इस अस्पताल को सेक्टर-39 के कोविड अस्पताल में ट्रांसफर कर दिया गया। जिसके बाद पुराने जिला अस्पताल की बिल्डिंग खाली पड़ी हुई है। अब इस बिल्डिंग को अप्रैल महीने में बाल चिकित्सालय प्रबंधन टेक ओवर करेगा। इसके अलावा यहां पर आपातकालीन वार्ड बनाने की तैयारी है। इस संबंध में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा ने निर्देश दिए हैं।

बाल चिकित्सालय की सुविधाएं शुरू होंगी
सेक्टर-30 स्थित बाल चिकित्सालय एवं पीजी शिक्षण संस्थान के परिसर में ही पुराने जिला अस्पताल का भवन है। अब जिला अस्पताल सेक्टर-39 में चल रहा है। लिहाजा करीब एक साल से पुराने जिला अस्पताल का भवन खाली पड़ा हुआ है। तीन मंजिल के इस भवन में बाल चिकित्सालय कई सुविधाएं शुरू करने की तैयारी में हैं। 

बेड्स की संख्या बढ़ेगी
लखनऊ से मिली जानकारी के अनुसार सबसे पहले आपातकालीन वार्ड यहां शुरू किया जाएगा। वर्तमान में बाल चिकित्सालय का आपातकालीन विभाग 25 बेड का है, लेकिन अब पुराने जिला अस्पताल के भवन में शिफ्ट होने के बाद बेड की संख्या 50 हो जाएगी। इसे ट्रॉमा सेंटर भी बनाया जा सकता है, लेकिन इसपर अभी निर्णय नहीं हुआ है। आने वाले समय में अस्पताल में एमआरआई, आनुवांशिक बीमारियों से संबंधित जांच, उच्च स्तरीय कैथ लैब और सहित कई सुविधाएं शुरू होंगी। न्यूरो विभाग में बड़े ऑपरेशन शुरू करने की भी तैयारी है। इसे लिए भी सुविधाएं बढ़ेंगी।

हाईकमान से आए निर्देश, इन सुविधाओं पर देंगे जोर
बाल चिकित्सालय के निदेशक डॉ.एके सिंह ने बताया कि प्रमुख सचिव ने जिला अस्पताल के पुराने भवन को टेक ओवर करने के निर्देश दिए हैं। जल्द ही जिला अस्पताल प्रबंधन से भवन ले लिया जाएगा। इस भवन में कई सुविधाएं शुरू हो सकेंगी। भवन को दुरुस्त करने में समय लगेगा। पुराने जिला अस्पताल के तीन मंजिल मुख्य भवन के अलावा पांच मंजिला भवन भी खाली था। यहां अभी डिस्ट्रिक्ट अर्ली इंटरनेशनल सेंटर चल रहा है। इसका संचालन पहले सीएमओ के अंतर्गत था। एक महीने पहले इसे बाल चिकित्सालय ने अपने अंतर्गत ले लिया है। वहीं इस भवन में बाल चिकित्सालय की माइक्रो बॉयलॉजी, पैथोलॉजी और रेडियोलॉजी विभाग शिफ्ट होगी। छह महीने के अंदर तीनों विभाग इस भवन में शिफ्ट कर लिए जाएंगे। इससे मरीजों को राहत मिलेगी।

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