नोएडा पुलिस ने किया डिजिटल हनीट्रैप गैंग का पर्दाफाश : लाल लिपस्टिक वाली हसीना बनी कुख्यात गर्लफ्रेंड, 50 फेसबुक आईडी से दर्जनों युवकों को बनाया शिकार

नोएडा | 7 महीना पहले | Mayank Tawer

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Noida News : नोएडा पुलिस ने एक शातिर हनीट्रैप गैंग का खुलासा किया है। गैंग के तरीके को देखकर पुलिस भी हैरान हो गई। पुलिस ने इस गैंग में शामिल एक लड़की समेत 4 लोगों को दबोचा हैं। ये लोग काफी शातिर तरीके से वारदात को अंजाम देते थे। लड़की की सोशल मीडिया पर कई अकाउंट हैं, जिसमें से 50 अकाउंट और सिमकार्ड पुलिस को बंद मिले हैं। पुलिस को लड़की के मोबाइल से करीब 30 फेसबुक आईडी मिली हैं। जिसमें अलग-अलग नाम है।

पुलिस कैसे गैंग तक पहुंचा
नोएडा सेक्टर-58 थाना प्रभारी ने बताया कि एक युवक ने शिकायत की थी। शिकायत के मुताबिक कुछ समय पहले फेसबुक पर उसकी 'परी नागर' नाम की युवती से दोस्ती हुई। युवती ने उसे 14 मार्च को मिलने के लिए सेक्टर-62 स्थित एक अस्पताल के पास बुलाया था। युवती द्वारा बताए गए स्थान पर जब वह पहुंचा तो वहां परी नागर और उसके साथ दो लड़के खड़े थे। तीनों ने जबरन उसका मोबाइल ले लिया और हत्या का डर दिखाकर खाते से 17 हजार 120 रुपये ट्रांसफर कर लिए थे। पीड़ित ने पुलिस को पूरी आपबीती बताई और साथ में वह नंबर भी दिया, जिस पर पैसे ट्रांसफर किए थे। पुलिस ने आरोपी के मोबाइल नंबर को ट्रेस कर गैंग को दबोच लिया है। 

लड़की समेत इन चारों लोगों को पुलिस ने दबोचा
पुलिस अफसरों ने बताया कि बुलंदशहर में स्थित सलेमपुर का रहने वाला अभिषेक शर्मा गैंग का मास्टरमाइंड है। इसके अलावा गैंग में दिल्ली न्यू अशोकनगर में रहने वाली शिवानी उर्फ परी नागर, गाजियाबाद के खोड़ा में रहने वाला फिरोज और दिल्ली के कल्याणपुरी में रहने वाला शशिपाल भी है। पुलिस ने गैंग के सभी 4 लोगों को गिरफ्तार किया है।

कैसे युवाओं को फंसाती थी हसीना?
पुलिस ने बताया कि दिल्ली की रहने वाली शिवानी के पास 30 से ज्यादा फेसबुक आईडी और इंस्टाग्राम आईडी मिली है। शिवानी फेसबुक और इंस्टाग्राम के माध्यम से युवकों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजती थी। जब युवक फ्रेंड रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट कर लेते थे तो शिवानी उनसे बातें करती थी। शिवानी धीरे-धीरे नॉर्मल से अश्लील बातें करने लगती थी और फंसा लेती थी। फिर एक दिन मिलने के लिए बुलाती थी। मुलाकात के दौरान पीड़ित युवक के साथ अपने साथियों के साथ मिलकर लूट की घटना को अंजाम देती थी। जो युवक आसानी से नहीं फंसते थे, उनको प्रेमजाल में फंसा लेती थी और नाटक करती थी।

पैसे नहीं देने पर पीड़ित के साथ क्या होता था? 
पुलिस ने बताया कि जब युवक मौके पर पहुंचता था तो अभिषेक, फिरोज, शशिपाल और शिवानी मिलकर उसके साथ लूट की वारदात को अंजाम देती थी। ये आरोपी पीड़ित से उसका मोबाइल और पर्स छीन लेते थे। इसके अलावा यूपीआई से पैसे भी अपने अकाउंट में ट्रांसफर करवा लेते थे। ऐसा नहीं करने पर जान से मारने की धमकी और शिवानी झूठे केस में फंसाने की धमकी देती थी। लूटा हुआ मोबाइल किसी भी व्यक्ति को सस्ते दाम में बेच दिया करते थे। पुलिस ने उनके कब्जे से करीब 14,000 रुपये और 6 मोबाइल बरामद किए हैं।

कुख्यात गर्लफ्रेंड BA पास
इनमें से शिवानी बीए (BA) की पढ़ाई कर रही है। अभिषेक एक नामी कंपनी में डिलीवरी बॉय के पद पर काम करता है। इसके अलावा बाकी दोनों आरोपी 10वीं और 12वीं पास है। जांच में यह पता चला है कि शिवानी और अभिषेक की दोस्ती करीब 7 साल पहले हुई थी। दोस्ती के दौरान दोनों ने इस तरीके की ठगी करने की योजना बनाई थी और अपना गैंग बनाकर तैयार किया। इसके अलावा यह भी पता चला है कि शिवानी के मोबाइल में 50 से अधिक फेसबुक आईडी मिली हैं, जो ब्लॉक हैं।

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