कुणाल हत्याकांड में Noida Police Fail : छोटे मामलों में वाहवाही और बड़ी वारदातों में लापरवाही, एक हफ्ते बाद भी शून्य एक्शन

नोएडा | 6 महीना पहले | Mayank Tawer

Goolge Image | Symbolic Image



Noida News : कुणाल हत्याकांड के बाद नोएडा पुलिस की नाकामी सामने आ गई। पुलिस इस सनसनीखेज वारदात के एक हफ्ते बाद भी खाली हाथ है। वहीं, अब पुलिस ने छोटे मामलों में वाहवाही लूटने का प्रयास शुरू कर दिया। जो बच्चे घूमते हुए इधर-उधर निकल जाते हैं, उनको ढूंढ-ढूंढकर ला रहे है और फोटो को सोशल मीडिया पर उपलोड करके वाहवाही लूट रहे है। हालांकि, जिले के सबसे बड़े मामले कुणाल हत्याकांड में पुलिस खाली हाथ है। कुणाल मामले को 7 दिन हो गए, लेकिन आरोपियों के सामने पुलिस बेचारी नजर आ रही है। अब इस मामले को दबाने के लिए पुलिस ने छोटे मामलों में वाहवाही लूटने का प्रयास शुरू कर दिया। 

क्या है कुणाल शर्मा हत्याकांड
बीटा-2 कोतवाली क्षेत्र में स्थित ऐच्छर सीएनजी पंप के पास से एक व्यापारी के 15 साल के बेटे कुणाल का बुधवार (1 मई 2024) दोपहर 2:45 बजे अपहरण हुआ था। दिनदहाड़े व्यापारी के बेटे का अपहरण हो गया और पुलिस को पता तक नहीं चला। व्यापारी के परिजनों ने अनहोनी की आशंका जाहिर की थी, फिर भी जिले के जिम्मेदार पुलिस अधिकारी मजे से सोते रहे और इसका अंजाम परिजनों को भुगतना पड़ा। अपहरण के पांच दिन बाद 5 मई 2024 को बच्चे की लाश बुलंदशहर में मिली। पुलिस दावा रहती है कि उनके पास बेहतर सुरक्षा व्यवस्था है और तमाम सीसीटीवी फुटेज लगे हुए हैं। उसके बावजूद भी बच्चे का अपहरण होने के बाद हत्या कर दी गई। उस मामले को 7 दिन हो गए, लेकिन पुलिस एक दाने तक की जांच नहीं कर पाई।

सिर्फ छोटे मामलों में लूट रहे वाहवाही
अगर पुलिस को किसी व्यक्ति के पास से एक तमंचा मिल जाता है तो उसकी फोटो सोशल मीडिया पर अपलोड की जाती है। उसके बाद वाहवाही लूटने का काम किया जाता है। कुल मिलाकर छोटे मामलों में पुलिस अपनी पीठ थपथपाने का काम करती है। पिछले कुछ दिनों के दौरान कुछ बच्चे घूमते घूमते इधर-उधर निकल गए थे, उनको ढूंढकर लाकर पुलिस ने फोटो सोशल मीडिया पर अपलोड की और वाहवाही लूटी। पिछले कुछ दिनों में सबसे पुराना मामला कुणाल हत्याकांड का है, जिसमें पुलिस एक दाने तक की जांच नहीं कर पाई। दोषी के नाम पर केवल एक थाना प्रभारी को लाइन हाजिर किया गया। 

नाकामी छिपाने के लिए मासूम को दी थर्ड डिग्री
कुणाल हत्याकांड नोएडा पुलिस कमिश्नरेट के माथे पर लगा वो बदनुमा दाग है, जिसे धोने में बरसों लग जाएंगे। मासूम कुणाल के अपहरण और हत्या ने पुलिस अफसरों की ना केवल काहिली बल्कि अमानवीय चेहरे को सामने लेकर रख दिया है। पुलिस अधिकारी अपहरण के बाद अपराधियों को पकड़ने की बजाय कुणाल के परिवार को टॉर्चर करने में जुट गए। कुणाल के कई परिजनों को थर्ड डिग्री दी गई। यह बात कुणाल के पिता कृष्ण कुमार शर्मा ने मीडिया को दी। किसान नेत्री गीता भाटी ने तो पुलिस पर और कई गंभीर आरोप लगाए हैं। थाने में कुणाल के परिजनों को नंगा करके पीटा गया। कैलाश अस्पताल में 16 साल का नाबालिग मासूम पांचवें फ्लोर पर कमरा नंबर 502 में 3 मई से भर्ती है। वह कुणाल का रिश्तेदार और बेहद करीबी दोस्त है। दोनों हमउम्र रहे। लिहाजा, लड़कपन साथ करते थे। यह दोस्ती और नजदीकी सचिन शर्मा को भारी पड़ गई है। वह गंभीर हालत से जूझ रहा है, उसको पुलिस चार दिनों तक बीटा-2 थाने में टॉर्चर करती रही। थर्ड डिग्री देती रही। वह अपनी बेगुनाही के लिए रोता और बिलखता रहा। अब आप खुद ही सुनिए कि निर्दोष सचिन को किस तरह से टॉर्चर किया गया।

अन्य खबरें